Yoga Tips: शरीर को ऊर्जावान और लचीला बनाने के लिए रोजाना करें इन योगासनों का अभ्यास
Yoga Tips:जिंदगी में ऊर्जावान बने रहने के लिए योग आवश्यक है। ऊर्जावान रहने के साथ ही शरीर को लचीला बनाने और शारीरिक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी योग असरदार है। योग मानसिक शांति और संतुलन भी प्रदान करता है। नियमित योगाभ्यास से शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, लचीलापन बढ़ता है और ऊर्जा का स्तर ऊंचा रहता है। यहां हम कुछ ऐसे योगासनों के बारे में जानेंगे, जिनका रोजाना अभ्यास करने से आप अपने शरीर को ऊर्जावान और लचीला बना सकते हैं।
सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार को संपूर्ण शरीर के लिए सर्वश्रेष्ठ योगासन माना जाता है। सूर्य नमस्कार 12 चरणों में होता है, जो शरीर की सभी प्रमुख मांसपेशियों और जोड़ों को मजबूत और लचीला बनाता है। साथ ही यह शरीर में रक्त संचार बढ़ाने और ऊर्जा को बेहतर बनाने में सहायक होता है।
इस आसन को करने के लिए सीधे खड़े होकर हाथों को नमस्कार मुद्रा में जोड़ें। गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और फिर आगे की ओर झुकें। पैरों को पीछे ले जाकर दंडासन की मुद्रा में आ जाएं और सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे बढ़ें और जमीन पर झुकें। इस प्रक्रिया को 12 चरणों में पूरा करें।
भुजंगासन
इस आसन के नियमित अभ्यास से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और पीठ में लचीलापन आता है। भुजंगासन का अभ्यास शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ावा देता है। साथ ही मांसपेशियों में तनाव को दूर करने में मदद करता है।
भुजंगासन के अभ्यास के लिए पेट के बल लेटकर हाथों को कंधों के पास जमीन पर रखें। धीरे-धीरे सांस लेते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर उठाएं। सिर को पीछे की ओर ले जाकर आसमान की ओर देखें और गहरी सांस लें।
त्रिकोणासन
शरीर के निचले और ऊपरी हिस्से को लचीला बनाने में त्रिकोणासन लाभकारी योग क्रिया है। इस आसन से कूल्हों, जांघों और कमर की मांसपेशियों में खिचांव आता है, जिससे शरीर का संतुलन और लचीलापन बेहतर होता है। साथ ही, यह शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाने में सहायक होता है।
त्रिकोणासन करने के लिए सीधे खड़े होकर दोनों पैरों के बीच दूरी बनाए रखें। फिर दाएं हाथ को दाएं पैर की ओर झुकाकर नीचे की ओर ले जाएं और बाएं हाथ को ऊपर की ओर सीधा करें। कुछ समय तक इस स्थिति में रुकें और फिर दूसरी दिशा में भी इसे दोहराएं।
वृक्षासन
वृक्षासन शरीर को लचीला बनाने के साथ ही संतुलन को बेहतर बनाने में फायदेमंद है। वृक्षासन का अभ्यास मांसपेशियों में मजबूती लाता है। यह शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाने और मानसिक शांति प्राप्त करने में सहायक है।
वृक्षासन के लिए सीधे खड़े होकर एक पैर को उठाकर दूसरे पैर के जांघ पर रखें। फिर दोनों हाथों को नमस्कार मुद्रा में जोड़ें और सिर के ऊपर ले जाएं। कुछ देर इसी स्थिति में रहने के बाद दूसरी ओर से दोहराएं।
यह आसन शरीर के पीछे के हिस्से को खींचता है और लचीलापन बढ़ाता है। साथ ही, यह पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है और थकान को दूर करता है। यह योगासन मानसिक तनाव कम करने में भी मदद करता है।
पश्चिमोत्तानासन के अभ्यास के लिए पैरों को सामने की ओर फैलाकर बैठें। धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें और हाथों से पैरों के अंगूठे पकड़ें। सिर को पैरों के पास लाने की कोशिश करें और गहरी सांस लें।