कीमोथैरेपी का साइड इफेक्ट्स को कंट्रोल करने में बेहद मददगार, जानें ये देशी उपाय
कैंसर के मामलों में कीमोथैरेपी को सबसे कारगर इलाज माना जाता है.
जनता से रिश्ता बेवङेस्क| कैंसर के मामलों में कीमोथैरेपी को सबसे कारगर इलाज माना जाता है.कैंसर की स्टेज को देखकर डॉक्टर जरूरत के हिसाब से मरीज को कीमोथैरेपी देते हैं. कीमोथेरेपी के दौरान उन दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है जो कैंसर के सेल्स को खत्म करती हैं. इन दवाओं से ही ट्यूमर सिकुड़ जाते हैं और कैंसर फैलने से रुकता है. लेकिन मरीज को कीमोथैरेपी के बाद कई सारे साइड इफेक्ट्स भी झेलने पड़ते हैं जो उसके लिए काफी कष्टकारी हो सकते हैं.
ये होते हैं साइड इफेक्ट्स
बाल झड़ना, अत्यधिक थकान महसूस होना, भूख कम हो जाना, जी मिचलाना या उल्टी होना, मुंह में घाव, खून की कमी आदि.
ये देसी उपाय है कारगर
आयुर्वेद में हल्दी को एंटी-कैंसर माना जाता है. इसमें पाया जाने वाला कर्कुमिन नामक केमिकल कैंसर सेल्स को फैलने से रोकता है. आयुर्वेद विशेषज्ञों के मुताबिक आधी चम्मच हल्दी को, सूती कपड़े से छने हुए आधे कप गाय के मूत्र में मिलाया जाए, साथ में आधा चम्मच पुनर्नवा डालकर उबालें फिर गर्म गर्म पिएं. इस पेय से कीमोथैरेपी के साइड इफेक्ट्स तो कम होते ही हैं, साथ ही कैंसर सेल्स भी नियंत्रित होते हैं. अगर पुनर्नवा न मिले तो सिर्फ हल्दी को गौमूत्र में मिलाकर गर्म करके पी सकते हैं.
लाइफस्टाइल में सुधार भी जरूरी
इसके अलावा कीमोथैरेपी के साइड इफेक्ट्स नियंत्रित करने के लिए हमें अपनी लाइफस्टाइल को भी सुधारना होगा. इसके लिए अधिक तला भुना, मसालेदार भोजन लेने से बचें. ज्यादा से ज्यादा फल और हरी सब्जियां खाएं. नियमित रूप से व्यायाम और योग करें ताकि इम्युनिटी बेहतर हो. शराब, स्मोकिंग से पूरी तरह परहेज करें. आठ घंटे की पूरी नींद लें.