साल्मन मछली खाने के है ये 10 बड़े फायदे
सेहतमंद जिंदगी के लिए डाइट में हेल्दी फूड शामिल करना बहुत जरूरी है
सेहतमंद जिंदगी के लिए डाइट में हेल्दी फूड शामिल करना बहुत जरूरी है. 'अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन' के मुताबिक, हमें सप्ताह में कम से कम दो बार सी फूड या मछली का सेवन करना चाहिए. हेल्थ एक्सपर्ट इसके लिए साल्मन मछली खाने की सलाह देते हैं, जो हमारे दिल की सेहत की लिए बहुत अच्छी मानी जाती है. आइए आपको साल्मन मछली खाने के 10 बड़े फायदों के बारे में बताते हैं.
ओमेगा-3 फैटी एसिड- साल्मन ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत मानी जाती है. एक स्टडी के मुताबिक, इस एसिड से शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं. यह ड्राय आई डिसीज, रयूमेटॉयड अर्थराइटिस के साथ-साथ हमारे ब्रेन फंक्शन के लिए भी काफी अच्छा होता है.
प्रोटीन- यूनाइटेड स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के मुताबिक, 100 ग्राम साल्मन फिश में करीब 20 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. महिलाओं के शरीर को दिन में करीब 14 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है, जबकि पुरुषों के शरीर को करीब 46 ग्राम प्रोटीन चाहिए. ये न सिर्फ हमारी बॉडी को सुचारू रूप से चलाता है, बल्कि मांसपेशियों को भी रिकवर करता है.
मूड स्विंग और नींद- साल्मन फिश में ट्रिप्टोफैन नाम का अमिनो एसिड भी पाया जाता है. यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, जब शरीर में ये एसिड प्रोड्यूस नहीं होता है तो इसकी पूर्ति डाइट से की जाती है. ट्रिप्टोफैन शरीर को मेलाटोनिन और सेराटोनिन जैसे हार्मोन बनाने में मदद करता है. इंसान के मूड स्विंग और सोने-जागने का चक्र इन्हीं हार्मोन्स पर निर्भर करता है
इम्यूनिटी- अगर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है तो आपको डाइट में साल्मन फिश जरूर शामिल करनी चाहिए. ये एक इम्यून बूस्टिंग न्यूट्रिएंट्स है. इसमें मौजूद विटामिन-ए न सिर्फ हमारी इम्यूनिटी के लिए अच्छा है, बल्कि प्रजनन प्रक्रिया और आंखों के लिए भी ये बड़ा फायदेमंद है.
थकान या कमजोरी- साल्मन फिश में विटामिन-बी12 भी पाया जाता है. क्लीवलैंड क्लीनिक्स सेंटर्स फॉर ह्यूमन न्यूट्रिशन के मुताबिक, विटामिन-बी12 की कमी से थकान, कब्ज, भूख न लगना और शारीरिक कमजोरी बढ़ने लगती है.
बॉडी सेल्स फंक्शन- साल्मन फिश में मौजूद विटामिन-बी3 शरीर में जाने वाले भोजन को एनेर्जी में कन्वर्ट करने का काम करता है. साथ ही ये हमारे बॉडी सेल्स के फंक्शन के लिए भी बहुत जरूरी माना जाता है.
थायरॉइड हार्मोन्स- साल्मन फिश में सेलेनियम नाम का इम्यून बूस्टिंग न्यूट्रिएंट्स भी पाया जाता है. सेलेनियम युक्त फूड से हमारे शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं. ये थायरॉइड हार्मोन्स मेटाबॉलिज्म, रीप्रोडक्शन और डीएनए सिंथेसाइसिस के लिए अच्छा होता है.
ग्लूटामिन- ग्लूटामाइन एक अल्फा अमिनो एसिड है जो प्रोटीन के बायोसिंथेसिस में उपयोग किया जाता हैं. यह 20 अमिनो एसिड में से ही एक है. ग्लूटामाइन का मुख्य कार्य प्रोटीन के लिए बिल्डिंग ब्लॉक करना हैं. ये आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली और आंतों के लिए काफी अच्छी होता है. शरीर में नाइट्रोजन लेवल का संतुलन बनाए रखता है.
आयरन- साल्मन फिश आयरन का भी अच्छा स्रोत मानी जाती है, जो हमारे बॉडी फंक्शन के लिए काफी जरूरी है. आयरन हमारे फेफड़ों से अन्य ऊतकों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करते हैं. साथ ही ये मसल मेटाबॉलिज्म को भी सपोर्ट करते हैं. आयरन की कमी से महिलाओं में एनीमिया की कमी हो जाती है. इसलिए महिलाओं को विशेष रूप से साल्मन फिश का सेवन करने की सलाह दी जाती है.
एंटीऑक्सीडेंट- साल्मन फिश में एस्टाक्सान्थिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है. नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक, ये एंटीऑक्सीडेंट हमारी कोशिकाओं के फंक्शन को सपोर्ट करता है और तमाम बीमारियों से शरीर का बचाव करता है.