चावल एक माड़युक्त (स्ट्रार्च) अनाज है, जो अपनी उपलब्धता और किसी भी स्वाद या मसाले के अनुकूल ढल जाने की क्षमता के कारण दुनिया की आधी से अधिक आबादी का मुख्य आहार है. पकने के बाद चावल बेहद नरम होकर अन्य खाद्य पदार्थों के साथ अच्छी तरह से मिल जाता है. लेकिन हाल के दिनों में अधिकतर लोगों ने चावल को अपनी डायट से बाहर निकाल दिया है, ताकि वज़न कम किया जा सके. साथ ही उन्हें लगता है कि चावल का कोई फ़ायदा नहीं होता, लेकिन अगर कोई चावल को पूरी तरह से अपनी डायट से बाहर निकाल देता है तो वह इसके कई फ़ायदों चूक जाता है. सभी खाद्य पदार्थों का सेवन हमें सही अनुपात और सही समय पर करना चाहिए. चावल के मामले में भी ऐसा ही है, अगर आप एक निश्चित अनुपात में इसका सेवन करते हैं तो इसे खाने से कोई समस्या नहीं होती है.
डायटिशियन, हॉलिस्टिक न्यूट्रीशनिस्ट और डायट पोडियम की फाउंडर शिखा महाजन हमें चावल के विभिन्न फ़ायदों और क्यों आपको उसे अपनी डायट नहीं हटाना चाहिए, इस बारे में बता रही हैं.
ऊर्जा का अच्छा स्रोत है
कार्बोहाइड्रेट शरीर के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत होता है. जब वे हमारे सिस्टम में प्रवेश करते हैं तो शरीर स्वस्थ कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में बदलने का काम करते हैं. चावल के स्वास्थ्यवर्धक कार्ब्स, केवल ऊर्जा में परिवर्तित होने से कहीं ज़्यादा अधिक उपयोगी होते हैं. यह मस्तिष्क के कार्य संचालन में सबसे अधिक सहयोगी होता है, क्योंकि मस्तिष्क इसी प्रकार की ऊर्जा को अवशोषित व उपयोग करता है. चावल में मौजूद खनिज, विटामिन्स और अन्य पोषकतत्व शरीर के अंगों की मेटबॉलिक एक्टिविटी को गति देने में सहायक होते हैं. इस क्रिया की वजह से ही हमारे शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है.
ब्लड प्रेशर नियंत्रित करता है
चावल में सोडियम की मात्रा ना के बराबर होती है और इसलिए यह हाई ब्लड प्रेशर और हाइपरटेंशन से पीड़ित व्यक्तियों के लिए अच्छे खाद्य पदार्थों में से एक है. जैसे-जैसे ब्लड प्रेशर बढ़ता है सोडियम नसों और धमनियों को कसने लगता है, जिससे हृदय प्रणाली पर अधिक तनाव और दबाव पड़ता है. अतिरिक्त सोडियम की वजह से एथेरोस्कलेरोसिस, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसे हृदय संबंधित समस्याएं होती हैं, इसलिए इससे बचे रहने का विचार बहुत अच्छा है. ब्राउन और वाइट राइस हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए फ़ायदेमंद होती है.
ग्लूटेन फ्री
यदि आपको ग्लूटेन से एलर्जी है, तो बिना किसी समस्या के चावल को आसानी से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं. आपकी पेट में कोई सूजन नहीं होगी, क्योंकि यह ग्लूटेन मुक्त है. शरीर में सूजन को कम करने के तरीक़ों की तलाश हमेशा चुनौती पूर्ण होती है, लेकिन चावल से हम यह कर सकते हैं. यही कारण है चावल को हमें अपने डायट में शामिल करना चाहिए.
एनीमिया से लड़ने में मददगार
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ खाना का सेवन करने की सलाह दी जाती है. वाइट और ब्राउन राइस, दोनों में आयरन की भरपूर मात्रा होती है, जो एनीमिया के मरीजों के लिए मददगार होता है.
मेटाबॉलिज़्म के लिए फ़ायदेमंद
चावल में नियासिन, विटामिन डी, कैल्शियम, फ़ाइबर, आयरन, थायमिन और राइबोफ़्लेविन जैसे पोषकतत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. शरीर में फंडामेंटनल फंक़्शन के लिए विटामिन की रोज़ाना आवश्यकता होती है और चावल में मौजूद ये विटामिन शरीर के मेटाबॉलिज़्म, इम्यून सिस्टम हेल्थ और अंग प्रणालियों के सामान्य कामकाज की नींव प्रदान करते हैं.