लिवर का रखें का रखें ख़ास ख़्याल, क्योंकि लिवर है तो लाइफ़ है

Update: 2023-06-13 12:47 GMT
लिवर यानी यकृत शरीर का पावरहाउस है. यह शरीर के लिए ढेर सारे काम करता है. विटामिन, खनिजों और यहां तक कि कार्बोहाइड्रेट को स्टोर करने के लिए प्रोटीन, कोलेस्ट्रॉल और पित्त के उत्पादन जैसे कई ज़रूरी काम लिवर के ज़िम्मे रहते हैं.
अगर शरीर में किसी दवा के खाने या चयापचय की किसी गड़बड़ी या शराब पीने से शरीर में विषाक्त पदार्थ बनते हैं तो यह उन विषाक्त पदार्थों को कम करने और बाहर निकालने का काम करता है. अगर स्वास्थ्य बनाए रखना है तो लिवर का ध्यान रखना जरूरी है. स्वस्थ शरीर के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि लिवर सेहतमंद रहे. खानपान में बदलाव कर ऐसा किया जा सकता है.
चाय
एक कप बढ़िया चाय की क़ीमत वही समझ सकते हैं, जो इसके मुरीद हैं. लेकिन यह लिवर के लिए भी बहुत फ़ायदेमंद होती है. जापान में हुआ एक अध्ययन बताता है कि अगर पूरे दिन में 5 से 8 कप ग्रीन टी (जैपनीज़ ग्रीन टी) पीने से लिवर का स्वास्थ्य दुरुस्त रहता है. इस छोटे से अध्ययन में पाया गया कि नॉन अल्कोहलिक फ़ैटी लिवर डिज़ीज़ (शराब का सेवन न करने के बावजूद लिवर में फ़ैट जमा होना) के मरीजों को 12 हफ़्तों तक ग्रीन टी पीने को दी गई. ग्रीन टी के ज़्यादा मात्रा में ऐंटीऑक्सिडेंट ने लिवर एन्ज़ाइम्स के स्तर को सुधारा और लिवर में मौजूद वसा को घटा दिया. इसके अलावा एक और अध्ययन में पाया गया कि जो लोग ग्रीन टी पीते हैं, उनमें लिवर कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है.
कॉफ़ी
आपके लिवर की तबियत को कॉफ़ी हमेशा ठीक रखेगी. शोध भी बताते हैं कि कॉफ़ी पीने से लिवर कई बीमारियों से बचा रहता है. यहां तक कि यदि किसी को लिवर में कोई समस्या हो तो भी कॉफ़ी पीने से इसे ठीक करने में मदद मिलती है. यदि किसी के लिवर में हमेशा के लिए परेशानी आ गई हो या कोई पुरानी बीमारी हो तो वह भी ठीक हो जाती है. डाइटीशियन रेखा अग्रवाल कहती हैं,“लिवर की बीमारी में कॉफ़ी पीना फ़ायदेमंद है, लेकिन इसकी मात्रा का भी ध्यान रखना चाहिए.” पूरे दिन में तीन कप से ज्यादा कॉफ़ी न पिएं. कॉफ़ी लिवर में ऐंटीऑक्सिडेंट स्तर को बढ़ा देती है. इससे यदि लिवर में सूजन हो तो घट जाती है.
चकोतरा
चकोतरा में भी बड़ी मात्रा में ऐंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है. यह लिवर को प्राकृतिक रूप से सुरक्षा प्रदान करता है. चकोतरा में दो तरह के ऐंटीऑक्सिडेंट नार्रिनजेन और नारिनजिन पाए जाते हैं. पशुओं पर किए गए अध्ययन से पता चलता है कि दोनों ही लिवर का बचाव करते हैं. चकोतरा पहले तो सूजन कम करता है, फिर कोशिकाओं की रक्षा करता है. अध्ययनों से यह भी पता चला है कि ये ऐंटीऑक्सिडेंट हेपैटिक फ़ाइब्रॉसिस की वृद्धि को कम कर सकते हैं. यह एक हानिकारक स्थिति है, जिसमें लिवर के अंदर कनेक्टिव टिशू बहुत ज़्यादा मात्रा में बनने लगते हैं. ऐसा आमतौर पर लिवर की पुरानी सूजन के कारण होता है. लिवर की सूजन कम करने के लिए चकोतरा खाना एक अच्छा उपाय है.
अंगूर
अंगूर ख़ासकर लाल और जामुनी अंगूर में कई तरह के प्लांट कम्पाउंड्स होते हैं. इसमें सबसे ज़्यादा रेज़वेराट्रॉल होता है. इसके अनगिनत फ़ायदे हैं. यह भी ऐंटीऑक्सीडेंट के स्तर को बढ़ाता है और लिवर को मज़बूत करता है. अंगूर को एक तरह से लिवर का दोस्त कह सकते हैं. रेखा कहती हैं,“मौसम आने पर अंगूर ज़रूर खाना चाहिए. मौसम में पीले और जामुनी दोनों ही तरह के अंगूर आते हैं, इसलिए दोनों को ही खाना चाहिए. कुछ लोग काले अंगूर से परहेज़ करते हैं पर ये भी उतने ही फ़ायदेमंद होते हैं.”
मेवा-मसाले
मेवों में वसा की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है. इसमें ऐंटीऑक्सिडेंट विटामिन ई और प्लांट कम्पाउंड सहित कई पोषक तत्व भी होते हैं. यह संयोजन लिवर को हेल्दी बनाता है. हर दिन एक मुट्ठी मेवा खाने से फ़ायदा मिलता है.
चुकंदर का रस
चुकंदर के रस नाइट्रेट्स और ऐंटीऑक्सिडेंट का अच्छा स्रोत हैं. इसे बिटालेंस कहते हैं. बिटालेंस के कई फ़ायदे हैं. यह दिल की उम्र को बढ़ाता है और सूजन को कम करता है. रेखा कहती हैं,“लोगों को लगता है कि चुकंदर खाना और इसका जूस पीना बराबर है. लेकिन ऐसा नहीं है. चुकंदर सलाद के रूप में खाने और इसका जूस पीने में अंतर है. जूस ज़्यादा फ़ायदेमंद होता है. 
ऑलिव ऑयल
दिल और मेटाबॉलिक रेट के लिए ऑलिव ऑयल बहुत फ़ायदेमंद होता है. साथ ही साथ यह लिवर पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है. नॉन अल्कोहलिक फ़ैटी लिवर की समस्या वाले लोगों को हर दिन 6.5 एमएल यानी एक बड़ा चम्मच ऑलिव ऑयल खाना चाहिए. यह प्रोटीन के स्तर को भी बढ़ाता है. इसको खाने से लिवर में रक्तप्रवाह भी दुरुस्त रहता है. दरअस्ल, लिवर पर फ़ैट चढ़ना लिवर की बीमारी की पहली सीढ़ी है. ऐसे में ऑलिव ऑयल इस फ़ैट को कम करने का काम करता है.
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