सहजन या ड्रमस्टिक, जिसका वानस्पतिक नाम मोरिंगा ओलिफ़ेरा है, एक दुर्लभ प्रजाति का पेड़ है, जिसका हर भाग स्वास्थ्य और जीवन कल्याण के लिए उपयोग में लाया जाता है. दुनिया सहजन के पत्तों और उससे बने पाउडर को एक सुपर फ़ूड मानती है, हालांकि उसकी फलियां भी उतनी ही फ़ायदेमंद होती हैं. इन फलियों को भारत के सभी राज्यों की रसोई में किसी ना किसी रूप में इस्तेमाल किया जाता है. सहजन के किसी भी भाग को जब हम खाने में इस्तेमाल करते हैं, तो हम अच्छी सेहत के नज़दीक जाते हैं. सहजन किन-किन पोषक तत्व से भरा है और उनसे हमें किस तरह के लाभ मिलते हैं, आगे के आर्टिकल में हम इसके बारे में जान लेते हैं.
ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद करता है
सहजन में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं. नियमित रूप से इसका सेवन ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है. यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करके हार्ट हेल्थ को बढ़ावा देता है, जिससे ब्लड थिकनेस और हार्ट हेल्थ फ़ंक़्शन दुरुस्त रहता है.
हड्डियों को मज़बूत बनाता है
सहजन दो ऐसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो हड्डियों को मज़बूती देने के लिए आवश्यक होते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस व ऑस्टियोआर्थराइटिस से बचने में भी मदद करते हैं. कैल्शियम और आयरन, ये दोनों मिनिरल्स आपकी हड्डियों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं. सहजन में ये दोनों अच्छी मात्रा में पाए जाते है, इसलिए आपको इसका सेवन करना चाहिए.
विटामिन्स से भरपूर
सहजन थायमिन, राइबोफ़्लेविन और नियासिन जैसे बी विटामिन से भरपूर होते हैं, जो त्वचा और बालों की सेहत का ख़्याल रखने का वादा करते हैं. इसमें फ़ॉलिक एसिड भी पाया जाता है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए फ़ायदेमंद होता है. विटामिन ए से भरपूर सहजन आंखों के स्वास्थ्य और त्वचा को जवां बनाएं रखने में काफ़ी मददगार होता है.
पाचनतंत्र को दुरुस्त रखता है
इसमें लीवर हेल्थ को दुरुस्त रखनेवाले गुण भी पाए जाते हैं साथ ही यह कब्ज़, एसिडिटी, गैस्ट्राइटिस, कोलाइटिस जैसे पेट की परेशानियों का इलाज करने में भी मदद करता है. यह पेट संबंधित कैंसर को भी दूर रखता है. एक नैचुरल ऐंटी-बैक्टीरियल एजेंट भी है, जो आपके गट को अंदर से बाहर तक साफ़ रखता है.