योग Yoga: आंखें शरीर का सबसे जरूरी अंग है लेकिन सबसे ज्यादा लोग इसकी अनदेखी करते हैं। जिसका नतीजा होता है कि नजरें कमजोर हो जाती हैं औंर आंखों पर चश्मा लगाने की नौबत आ जाती हैं। लगातार कई घंटे तक कम्प्यूटर और मोबाइल की स्क्रीन पर देखना, धूप की तेज किरणें आंखों पर पड़ना और Pollution से आंखों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिसकी वजह से केवल धुंधलापन ही नहीं रहता बल्कि आंखों में सूखापन और खुजली होने लगती है। आंखों की इन को दूर करने में योग मुद्रा आराम पहुंचाती है। इन दो योग मुद्राओं से आंखों की सेहत ठीक की जा सकती है। समस्याओं
प्राण मुद्रा करने के फायदे
-प्राण मुद्रा का रोजाना अभ्यास करने से आंखों की रोशनी तेज होने में मदद मिलती है। जिससे नजर के चश्मे का नंबर कम होने लगता है।
-इसके साथ ही प्राण मुद्रा दिमाग को एनर्जी देने में मदद करती है। अगर आप दिमाग से थकावट महसूस कर रहे हैं तो कुछ देर प्राण मुद्रा करने से एनर्जी महसूस होती है।
-यहीं नहीं, प्राण मुद्रा करने से पैरों में होने वाले दर्द से राहत मिलती है। क्योंकि ये शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सही करती है।
-मेंटल हेल्थ को मजबूत बनाती है प्राण मुद्रा
-शरीर का इम्यूनिटी सिस्टम सही करती है प्राण मुद्रा।
प्राण मुद्रा करने का सही तरीका
-प्राण मुद्रा करने के लिए सबसे पहले सुखासन की मुद्रा में बैठ जाएं।
-फिर हाथों को घुटनों पर रखें।
-अब कनिष्ठा यानी सबसे छोटी उंगली, अनामिका यानी रिंग फिंगर और अंगूठे के ऊपरी हिस्से को आपस में मिलाएं।
-बाकी दो उंगलियों को खुला ही रहने दें।
-उंगलियों की ये मुद्रा प्राण मुद्रा होती है। इसी अवस्था में करीब 10-15 मिनट तक बैठें।
-साथ ही सांसों पर पूरा ध्यान केंद्रित करें और गहरी सांस लें।
-ये योग मुद्रा शरीर और दिमाग को एनर्जी देने में मदद करती है।
कमजोर नजर को सही करती है प्राण मुद्रा
-रोजाना करीब 15-20 मिनट इस मुद्रा का अभ्यास नजरों को तेज होने में मदद करता है।
-प्राण मुद्रा को करने का सबसे सही समय सुबह का है। जब पेट बिल्कुल खाली होता है।
-हालांकि इसे दिन में भी किया जा सकता है। बस ध्यान रहे कि खाना खाने के एक से दो घंटे बीत चुके हैं।
-नजर ठीक हो गई है तो भी इस योग मुद्रा को करते रहें।
ज्ञान मुद्रा
ज्ञान मुद्रा करने से भी आंखों पर चढ़ा चश्मे का नंबर कम होता है। साथ ही ये मुद्रा Retina की कमजोरी को दूर करता है। ज्ञान मुद्रा करने के लिए इन स्टेप को फॉलो करें।
-सबसे पहले सुखासन की मुद्रा में बैठ जाएं।
-अब हाथों को घुटनों पर टिका लें।
-हाथों की पहली उंगली और अंगूठे के ऊपरी सिरे को एक दूसरे से जोड़कर बैठ जाएं।
-ध्यान रहे कि बाकी उंगलियां बिल्कुल सीधी हों। इस मुद्रा को रोजाना करीब 10-15 मिनट तक अभ्यास करें।
ज्ञान मुद्रा करने के फायदे
-ज्ञान मुद्रा आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करती हैं।
-साथ ही ये मुद्रा मेमोरी को शार्प करती है। इसलिए बच्चों को इस मुद्रा का अभ्यास जरूर करवाएं।
-स्ट्रेस, डिप्रेशन, नींद ना आना, थकावट जैसी समस्या में ज्ञान मुद्रा बहुत मदद करती है।