हेल्थ : एक तो हमारी जीवन शैली ऐसी हो गई है कि हम धूप के संपर्क में कम आ पाते हैं। ऊपर से ठंड के मौसम में धूप कमजोर रहती है और कभी कभी निकलती भी नहीं है। ऐसे में हम धूप के संपर्क में नहीं आ पाते। इससे शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है। कयोंकि सूरज की रोशनी के संपर्क में आकर हमारा शरीर विटामिन डी बनाता है। धूप के संपर्क में कम आने से विटामिन डी शरीर में कम बन पाता है। ऐसे में बॉडी में विटामिन डी की कमी होने लगती है। विटामिन डी की कमी का मतलब है कि आपके शरीर में इस खास विटामिन की मात्रा बेहद कम है। विटामिन डी की कमी होने से आपकी बोन डेंसिटी भी कम हो जाती है, जिससे हड्डियों में फ्रैक्चर होने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है। इसमें व्यक्ति को हड्डियों और मांसपेशियों में लगातार दर्द महसूस होने लगता है। महिलाओं में कमर दर्द की समस्या अक्सर सुनने को मिलती है, यह विटामिन डी की कमी की वजह से होता है।विटामिन डी की कमी अक्सर होती है और थकान और सिरदर्द, मस्कुलोस्केलेटल दर्द और कमजोरी, अवसाद और बिगड़ा हुआ संज्ञानात्मक प्रदर्शन सहित अन्य अनिर्दिष्ट लक्षणों से जुड़ा हुआ है।