Vegan diet food: जानिए वीगन डाइट के फायदे और नुकसान

Update: 2024-06-06 03:25 GMT
Vegan Diet Trend: पहले के मुकाबले अब लोग अपनी फिटनेस (Fitness) को लेकर ज्यादा सतर्क हो गए हैं. योग, एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के साथ-साथ लोग अपनी डाइट पर भी पूरा ध्यान दे रहे हैं. वेट लॉस (Weight Loss) और खुद को फिट रखने के लिए विराट कोहली सहित कई फेमस पर्सनालिटी के वीगन डाइट अपनाने के बाद आम लोगों के बीच भी इस खास डाइट का क्रेज बढ़ गया है. अगर आप भी वीगन डाइट फॉलो करना चाहते हैं तो बता दें कि यह आपकी सेहत
(Health)
के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. इससे कई बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है.
क्या होता है वीगन डाइट?- What is a vegan diet?
वीगन डाइट को कई लोग वेजिटेरियन डाइट समझने की गलती करते हैं जबकि दोनों में काफी अंतर है. वेजिटेरियन (vegetarian) से एक स्टेप आगे जाते हुए वीगन डाइट में डेयरी प्रोडक्ट्स को भी नहीं खाया जाता है. वीगन डाइट फॉलो करने वाले अंडा और मीट-मछली के अलावा दूध, दही छाछ, पनीर, मक्खन और शहद जैसी चीजों का भी सेवन नहीं करते हैं. इससे स्वास्थ्य पर कई सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, साथ ही कई बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.
कोलेस्ट्रोल में कमी- Decrease in cholesterol
रिसर्च के मुताबिक, वीगन डाइट फॉलो करने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम हो जाता है. दरअसल, एनिमल बेस्ड फूड आइटम्स और डेयरी प्रोडक्ट्स से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है. वहीं वीगन डाइट में सिर्फ प्लांट बेस्ड हेल्दी फैट हमारे शरीर में जाता है. इससे हमारा दिल सेहतमंद रहता है.
नियंत्रित ब्लड प्रेशर- Controlled blood pressure
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो वीगन डाइट फॉलो करने से शरीस में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रण में रहता है जिससे ब्लड प्रेशर का खतरा काफी कम हो जाता है. किडनी
(kidney)
और डायबिटीज के मरीजों के लिए वीगन डाइट बेहतर माना जाता है.
वेट लॉस में मददगार- Helpful in weight loss
वीगन डाइट न सिर्फ आपके हार्ट हेल्थ को बढ़िया रखता है बल्कि वेट लॉस में भी काफी मददगार होता है. कई लोग वेट लॉस जर्नी के दौरान इस डाइट प्लान (diet plan) का सहारा लेते हैं. दरअसल, वीगन डाइट में शामिल फूड आइटम्स में फैट की मात्रा काफी कम होती है जिससे जल्दी वजन घटाने में मदद मिलती है.
कैंसर का कम खतरा- Lower risk of cancer
वीगन डाइट में शामिल फूड आइटम्स में एंटीऑक्सीडेंट्स (antioxide) भरपूर मात्रा में रहती है, जिसके कारण शरीर में प्रोड्यूस होने वाले फ्री-रेडिकल्स से सेल्स को प्रोटेक्शन मिलता है. इस वजह से पोस्टेट कैंसर, कोलोन कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी कम हो जाता है.
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