गुड़ के अधिक सेवन के है ये दुष्प्रभाव
गुड़ को गन्ने के रस से बनाया जाता है, जिसे रिफाइन करने के बाद गुड़ का रूप में पकाया जाता है।
ज्यादातर लोगों में देखा जाता है कि खाना खाने के बाद उन्हें थोड़ा मीठा खाने की क्रेविंग होती है। भारत में खासतौर पर लोग अपने घरों में कुछ मीठा बनाकर रखते हैं। हालांकि, हर कोई इतना भाग्यशाली नहीं होता कि हर मील के बाद मिठाई खा सके। वहीं कुछ लोग सेहत को ध्यान में रखने हुए भी इसका विरोध करते हैं, तो कुछ लोग शुगर और डायबिटीज संबंधी दिक्कतों से बचने के लिए इनसे दूर रहते हैं। हालांकि, दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके लिए मीठा इतना आवश्यक है कि इससे उनके पूरे दिन का मिजाज सेट हो सकता है। लेकिन मीठे के रूप में हर कोई स्वादिष्ट और लाजवाब मिठाईयों पर निर्भर नहीं रह सकता यही वजह है कि भारत में हर घर में आपको मिठाई मिले या ना मिले लेकिन गुड़ जरूर मिल जाएगा।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोजाना गुड़ खाना सुरक्षित है या नहीं? अगर आप बिना इस सवाल के बारे में सोचे लगातार गुड़ खा रहे हैं, तो आपको इस पहलू के बारे में जान लेना चाहिए। इसमें कोई शक नहीं, गुड़ प्रकृति की अच्छाई से समृद्ध है और आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है। लेकिन कहते हैं ना कि 'किसी भी चीज की अति' स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही होता है, बस गुड़ के साथ भी यही है। इस हेल्दी स्वीट के सेवन पर भी यह कहावत लागू होता है। गुड़ सेहत के लिए बेहतरीन स्त्रोत है, लेकिन इसकी अधिकता से शरीर में कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। विशेष रूप से अगर आप मधुमेह जैसे विकारों से पीड़ित हैं। चलिए जानते हैं इस प्राकृतिक मिठाई के दुष्प्रभावों के बारे में-
गुड़ के अधिक सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव-
ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है
बहुत से लोग मीठे की क्रेविंग के चलते गुड़ को एक अच्छा ऑप्शन मानते हैं और एक सुरक्षित मिठाई के रूप में गुड़ का सेवन करते हैं। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि लगभग 100 ग्राम गुड़ में करीब 10-15 ग्राम फ्रुक्टोज होता है। तो, इसे रोजाना खाने से आपका ब्लड शुगर बढ़ सकता है। इसलिए, गुड़ का बहुत अधिक सेवन आपके शरीर में चीनी की तरह ही काम करता है, इसलिए इसे ज्यादा खाने से पहले सोचें।
पैरासाइटिक संक्रमण का खतरा
गुड़ को गन्ने के रस से बनाया जाता है, जिसे रिफाइन करने के बाद गुड़ का रूप में पकाया जाता है। लेकिन इसे बनाने की जो तकनीक और परिस्थिती होती है वो काफी हद तक अनहेल्दी होती है। ऐसे में अगर कच्चे माल को ठीक से साफ ना किया जाए, तो गुड़ में बैक्टीरिया हो सकते हैं। इसलिए, आपको अपना गुड़ बुद्धिमानी से चुनना चाहिए और बहुत अधिक सेवन से भी बचना चाहिए।
फूड एलर्जी को बढ़ावा दे सकता है
प्राकृतिक मिठाई के रूप में मशहूर गुड़ को देख कोई यह नहीं कह सकता इससे फूड एलर्जी हो सकती है। लेकिन कभी-कभी गुड़ के अधिक सेवन से पेट में दर्द, सर्दी, खांसी, मतली, सिरदर्द और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, गुड़ खाते समय हमेशा ध्यान रखें कि इसका अधिक सेवन ना करें।
ज्यादा सेवन से बढ़ सकता है वजन
आपने देखा होगा कि हेल्थ फ्रीक लोग गुड़ का सेवन यह मानकर करते हैं कि यह उनकी डायट प्लान्स को प्रभावित नहीं करेगा, लेकिन शायद वो यह नहीं जानते कि बहुत अधिक गुड़ खाने से आपका वजन बढ़ सकता है। गुड़ प्रोटीन और फैट के साथ-साथ फ्रुक्टोज और ग्लूकोज से भरा होता है। 100 ग्राम गुड़ में लगभग 383 कैलोरी होती है।
कब्ज पैदा कर सकता है
थोड़ी मात्रा में गुड़ इम्युनिटी बनाने और मेटाबॉलिज्म को मजबूत करने में मदद कर सकता है। लेकिन अगर आप बहुत अधिक गुड़ का सेवन करते हैं, तो इससे पाचनतंत्र में असंतुलन हो सकता है, जिससे कब्ज की दिक्कत हो सकती है। गुड़ की तासीर गर्म होती है और यह शरीर में अधिक गर्मी पैदा कर सकता है, जो पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, इसका संयमित सेवन करना महत्वपूर्ण हो जाता है।