LIFESTYLE लाइफस्टाइल: त्वचा पर टैनिंग यानी त्वचा पर कालापन एक बार जम जाए तो उसे खत्म करना आसान नहीं है। गर्मी के मौसम में घर पर रहने के बावजूद त्वचा टैन की समस्या हो जाती है। गर्मी और धूप के अलावा सूर्य किरण के कारण भी त्वचा काली पड़ जाती है। आयुर्वेद में भी कहा गया है कि अगर हमारा खान-पान और व्यवहार सही नहीं है तो इसका असर स्वास्थ्य और त्वचा दोनों पर पड़ता है। शरीर में मेलानिन बढ़ पर भी त्वचा पर काला चित्रांकन होता है। अगर आप टैनिंग की समस्या से संतुष्ट नहीं हैं तो इसके लिए आप घरेलू कम्युनिस्ट पार्टी में आलू का रस ढूंढ सकते हैं। आलू के रस के अलावा अगर आलू के रस में ऐसे तत्व मौजूद हों तो यह त्वचा को ठीक करने का काम करता है। आलू के रस को दिन में कम से कम एक बार रुई की मदद से गर्दन पर लगायें। संस्थान से पहले यह घरेलू उपाय अपनाना सबसे अच्छा है।
स्किन में एड की कमी भी टैनिंग का एक कारण माना जाता है। गर्मियों में कुत्तों की समस्या बढ़ सकती है। इसी प्रकार की सहायता से त्वचा को शल्यचिकित्सक रखा जा सकता है। केसे मिले हुए प्लास्टिक के रस को किसी बर्तन में निकाल लें और फिर इसे रुई या हाथों से गर्दन पर लगाएं। इस ट्यूटोरियल को रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल किया जा सकता है। कुछ ही दिनों में आपको आकर्षक नजरें आती रहती हैं।
त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाने के लिए विटामिन सी से बनी गोलियों का उपयोग किया जाता है। नींबू एक ऐसी चीज है जिसमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है। नींबू का रस लगाने से कुछ ही दिनों में त्वचा चमकदार दिखने लगती है। सप्ताह में एक या दो बार अपनी गर्दन को एकजुट करें, शहद और फूल से शेयर करें और देखें। एलोवेरा भी काम करता है एलोवेरा त्वचा की लगभग समस्या हर का इलाज माना जाता है। टैनिंग, पिम्पल्स या अन्य त्वचा संबंधी सहयोगियों को दूर करने के लिए रोज़ एलोवेरा का उपयोग करें।