लाइफस्टाइल : हेल्दी रहने के लिए शरीर में सभी पोषक तत्वों का होना बेहद जरूरी है। सोडियम इन्हीं तत्वों में से एक है, जिसे हम आमतौर पर नमक के रूप में अपनी डाइट में शामिल करते हैं। नमक (Salt Intake) हमारे खानपान का एक अहम हिस्सा है, जिसके बिना खाना बिल्कुल बेस्वाद लगता है। सीमित मात्रा में इसका सेवन सेहत के लिए हानिकारक नहीं होता, लेकिन अगर आप जरूरत से ज्यादा इसे अपनी डाइट में शामिल कर रहे हैं, तो इससे हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और किडनी डिजीज आदि का खतरा बड़ जाता है।
खुद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) नमक के हानिकारक प्रभावों को लेकर चेतावनी जारी कर चुका है। ऐसे में जरूरी है कि सेहतमंद रहने के लिए डाइट में इसकी मात्रा कंट्रोल की जाए। सीमित मात्रा में इसे खाने से आपको कई फायदे मिलते हैं। आइए जानते हैं नमक कम करने से होने वाले कुछ फायदों के बारे में-
हाई ब्लड प्रेशर का खतरा कम करे
ज्यादा नमक खाने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है, जो हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और किडनी डिजीज की वजह बन सकता है। ऐसे में नमक कम करने से आपको ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी और इन गंभीर बीमारियों का खतरा कम होगा।
दिल की सेहत सुधारे
बहुत ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर में तरल पदार्थ जमा हो सकता है, जिससे हृदय पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे संभावित रूप से हार्ट फेलियर हो सकता है। ऐसे में नमक कम करने से दिल पर इस तनाव को कम करने और पूरी हार्ट हेल्थ में सुधार करने में मदद मिल सकती है।
स्ट्रोक का खतरा कम करे
हाई ब्लड प्रेशर, जो अक्सर ज्यादा नमक के खाने की वजह से होता है, स्ट्रोक के लिए एक महत्वपूर्ण जोखिम कारक है। नमक का सेवन कम करने से स्ट्रोक के खतरे को भी कम किया जा सकता है।
किडनी फंक्शन बेहतर करे
ज्यादा नमक खाने से किडनी पर दबाव पड़ सकता है, जिससे संभावित रूप से किडनी खराब हो सकती है और समय के साथ किडनी की फंक्शनिंग कम हो सकती है। नमक कम करने से किडनी के स्वास्थ्य और कार्यप्रणाली को बेहतर बनान में मदद मिल सकती है।
ऑस्टियोपोरोसिस से बचाए
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि ज्यादा नमक खाने से यूरिन में कैल्शियम एक्सक्रीशन बढ़ सकता है, जिससे समय के साथ हड्डियों की डेंसिटी कम हो सकती है। ऐसे में अगर आप नमक कम खाते हैं, तो खुद को ऑस्टियोपोरोसिस से बचाने में मदद कर सकते हैं।
बेहतर पाचन स्वास्थ्य
नमक का ज्यादा सेवन पेट के कैंसर का खतरा बढ़ाता है। साथ ही यह गैस्ट्रिटिस या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी) जैसी कुछ पाचन स्थितियों के लक्षणों को भी बढ़ा सकता है। ऐसे में कम नमक खाने से इन जोखिमों और लक्षणों से बचा जा सकता है।
वजन घटाने में मददगार
अक्सर प्रोसेस्ड और हाई कैलोरी वाले फूड्स में नमक की मात्रा ज्यादा होती है, जो वजन बढ़ाने और मोटापे में योगदान कर सकता है। ऐसे में नमक कम करने के लिए आप ताजे और कम प्रोसेस्ड फूड्स का चयन कर अपना वजन कंट्रोल कर सकते हैं।