फ्रोजन शोल्डर की समस्या से हैं परेशान तो अपनाएं ये योगासन
गड़बड़ लाइफस्टाइल ने लोगों में कई तरह की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा दिया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गड़बड़ लाइफस्टाइल ने लोगों में कई तरह की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा दिया है। इसमें अंगों में होने वाले दर्द और जकड़न की समस्या भी काफी आम देखी जा रही है। फ्रोजन शोल्डर ऐसी ही एक सामान्य दिक्कत है, जिसमें आपके कंधे के जोड़ में अकड़न और दर्द की दिक्कत बढ़ जाती है। फ्रोजन शोल्डर की स्थिति में कंधों को उठाने तक में भी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस तरह से यह स्थिति आपके सामान्य जीवन के कामकाज को काफी कठिन बना देती है। इस तरह की समस्याओं से बचे रहने के लिए शारीरिक निष्क्रियता को कम करने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
फ्रोजन शोल्डर की समस्या से बचाव के लिए दैनिक जीवन में योगासनों को शामिल करना आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। योगाभ्यास, शरीर में रक्त के संचार को बढ़ाने के साथ हड्डियों और मांसपेशियों को आराम देने और उनपर पड़ रहे अनावश्यक दबाव को कम करने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं कि फ्रोजन शोल्डर की समस्या से परेशान लोगों के लिए कौन-कौन से योगाभ्यास फायदेमंद हो सकते हैं?
भुजंगासन योग का अभ्यास
भुजंगासन या कोबरा पोज़, न केवल पेट की चर्बी से छुटकारा पाने में मददगार है साथ ही पीठ की मांसपेशियों के लचीलेपन को बढ़ाने, रीढ़ को मजबूत करने और कंधों की मांसपेशियों को अकड़न को कम करने में भी इसके लाभ हैं। फ्रोजन शोल्डर की समस्या से परेशान लोगों के लिए भुजंगासन का नियमित अभ्यास करना विशेष लाभकारी हो सकता है। कंधों के अलावा यह योग पेट के निचले हिस्से में स्थित विभिन्न अंगों को टोन करने, गर्दन और कंधों से अतिरिक्त तनाव को दूर करने के लिए भी अच्छा है।
हलासन योग
हलासन योग के अभ्यास की आदत पीठ और कंधों के दर्द से राहत दिलाने के साथ शारीरिक निष्क्रियता को कम करने और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में काफी सहायक है। यह न केवल दिमाग को जीवंत करता है बल्कि शरीर को टोन और मजबूत भी करता है। फ्रोजन शोल्डर और अन्य मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या से बचने के लिए नियमित रूप से इसका अभ्यास करें।
धनुषासन योग
धनुषासन योग को कंधों और पीठ की समस्याओं से राहत देने वाला माना जाता है। छाती, गर्दन और कंधों की स्ट्रचिंग के साथ मांसपेशियों में रक्त के संचार को बढ़ावा देने के लिए इस योग के अभ्यास की आदत मददगार हो सकती है। यह तनाव और चिंता जैसी मानसिक समस्याओं को कम करने में भी बेहद मददगार है। मांसपेशियों में खिंचाव की दिक्कतों से बचे रहने के लिए इस योग का नियमित अभ्यास आपको राहत दे सकता है।