लाइफस्टाइल। बात जब भी शाकाहारी यानी वेजिटेरियन फूड्स की आती है, तो फलों का जिक्र सबसे पहले किया जाता है। आमतौर पर सभी फलों को वेजिटेरियन ही माना जाता है और इसलिए वेजिटेरियन्स आंख बंद कर फलों को अपनी डाइट में शामिल करते हैं, लेकिन अगर हम आपसे कहें कि सभी फलों के साथ ऐसा नहीं है, तो क्या आप यकीन करेंगे। अगर आप भी सभी फलों को शाकाहारी मानते हैं, तो आज इस आर्टिकल में हम आपकी इस गलत फहमी को दूर करने वाले हैं।
अंजीर का नाम को सभी ने सुना होगा, जिन्हें अंग्रेजी Figs भी कहा जाता है। यह सेहत के लिए काफी गुणकारी होता है और इसे खाने से कई तरह की समस्याएं दूर होती हैं। आमतौर पर फल की कैटेगरी में आने की वजह से इसे शाकाहारी माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अंजीर खाने से आप नॉन-वेजिटेरियन बन सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे-
शाकाहारी नहीं होते अंजीर?
मीठे और स्वादिष्ट अंजीर को मांसाहारी फल मानने का कारण इसकी परागण प्रक्रिया यानी पॉलिनेशन प्रोसेस है। दरअसल, अंजीर पॉलिनेशन के लिए छोटी ततैया (small wasps) पर निर्भर रहते हैं। ये छोटी ततैया फल में एक छोटे छेद के जरिए प्रवेश करती हैं, जिसे ओस्टियोल कहा जाता है। अंजीर का फूल फल के अंदर होता है और इसलिए पॉलिनेशन के लिए ततैया को फल के अंदर जाना पड़ता है। अब, जब ततैया फल के अंदर होती है, तो मादा ततैया अंडे देती है और फिर पराग यानी pollen को अंजीर के फूलों में ट्रांसफर करती है।
ये है इसके पीछे की वजह
ततैया के लार्वा अंडे फूटने तक उसके अंदर ही विकसित होते हैं। आमतौर पर, नर ततैया फल के अंदर ही मादा ततैया के साथ संभोग या प्रजजन करते हैं और फिर मादाओं के लिए बाहर निकलने में मदद करते हैं, जिससे वह pollen को नए फलों तक ले जा सकें। हालांकि, सभी मादाएं फल से बाहर निकलने में सक्षम नहीं होती और इसलिए बाकी बची ततैया अंजीर के अंदर ही मर जाती हैं, जिन्हें अंजीर में मौजूद फिसिन एंजाइम खा जाता है और इसे फल के साथ मिला देता है। इस तरह मरी हुई ततैया फल का एक हिस्सा बन जाती हैं, जिसे आमतौर पर खाया जाता है।
अंजीर के फायदे
अब इस प्रोसेस के बाद आप अंजीर को शाकाहारी मानते हैं या मांसाहारी, यह फैसला आपका है। हालांकि, अगर इस मुद्दे को अलग रख दिया जाए, तो अंजीर आपकी सेहत को बेहतर बनाने में योगदान दे सकता है। इस स्वादिष्ट फल के कुछ फायदे इस प्रकार हैं -