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कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक होता है, कैश्यू एप्पल जानिए कैसे

Nidhi Markaam
17 May 2022 10:27 AM GMT
Helps in reducing the risk of cancer, cashew apple know how
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काजू के फल का सेवन भी आपके लिए बेहद फायदेमंद होता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ड्राई फ्रूट्स में काजू खाना किसे पसंद नहीं आता हैं? हर किसी को इसका स्वाद बहुत ही ज्यादा भाता है। बता दें कि काजू स्वाद के साथ ही पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है। काजू को एक हेल्दी स्नैक्स माना जाता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि काजू के साथ ही काजू के फल का सेवन भी आपके लिए बेहद फायदेमंद होता है।

उल्लेखनीय है कि काजू का फल के सूखने के बाद ही काजू प्राप्त किया जाता है। काजू के साथ ही इसके फलों को कच्चा या पक जाने पर इसका सेवन कर सकते हैं। बता दें कि काजू के फलों में मौजूद पोषक तत्व आपके शरीर के लिए बेहद लाभकारी होते हैं।
गौरतलब है कि काजू के फलों को कैश्यू एप्पल भी कहा जाता हैं। इसमें कई पोषक तत्व होते है जिनमें जिंक, आयरन, कैल्शियम, विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट जैसे ल्यूटेन मैग्नीशियम, डायटरी फैट, फॉस्फोरस, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट आदि शामिल हैं।
काजू के फल खाने के फायदे
काजू फल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ल्यूटेन आंखों को रोशनी से होने वाले डैमेज से बचाता है। बता दें कि लाइट डैमेज की वजह से ब्लाइंडनेस और मोतिया बिंद जैसी की समस्यायें हो सकती है।
बुखार को ठीक करने के लिए काजू के फल का सेवन उपयोगी होता है।
काजू के फल का सेवन पेट की सेहत को भी दुरुस्त बनाए रखता है।
उल्लेखनीय है कि आमतौर पर अमेजन के आदिवासी काजू के फल से तैयार जूस का इस्तेमाल इन्फ्लूएंजा और मस्सों के इलाज के लिए करते हैं।
त्वचा को जवान बनाए रखने में काजू फल में मौजूद प्रोटीन बेहद मददगार साबित होता है।
बता दें कि गोवा और केरल में काजू फल का उपयोग मादक पेय जैसे 'फेनी' और गैर-मादक पेय पदार्थों और अन्य उत्पादों जैसे काजू का जूस, सिरप, जैम, कैंडी, चटनी और अचार के उत्पादन के लिए करते हैं।
काजू फल में मौजूद विटामिन सी संतरा से भी पांच गुना अधिक होता है। इसका सेवन आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करता है।
इतना ही नहीं इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पेट के अल्सर, गैस्ट्रिक की समस्या को ठीक करने में भी सहायक होती है।
गले में खराश और आंव को ठीक करने में भी काजू फल लाभदायक है।
इस फल का सेवन टाइप-2 डायबिटीज से बचाव् करता है।
दिल के कार्यों में करता है सुधार। शरीर में रक्त प्रवाह को सुधारने का काम करता है।
आंखों को स्वस्थ रखता है।
दिमाग की कार्यक्षमता को सुधारने में सहायक होता है।
कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक होता है।
त्वचा को हेल्दी और जवां बनाये रखने में सहायक होता है।
बालों को मजबूत और चमकदार बनाता है।
हड्डियों को मजबूत बनाये रखने में सहायक होता है।
दांतों और मसूड़ों को हेल्दी बनाये रखता है।
पाचनशक्ति को दुरुस्त करने में सहायक होता है।
सिरदर्द की समस्या दूर करने में सहायक होता है।
शरीर में एनर्जी बनाएं रखने के साथ काजू को ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत भी माना जाता है।
प्रोटीन को इसके लिए अच्छा स्त्रोत माना जाता है।
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में सहायक होता है।
त्वचा को चमकदार बनता में सहायक होता है।
इस फल के सेवन से व्यक्ति की याद्दाशत तेज होती है।
पाचन शक्ति को मजबूत बनाने में सहायक होता है।
काजू का फल खाने का भी ख़ास तरीका होता है। तो आइए जानते हैं कि कैसे और किस प्रकार काजू फल का सेवन किया जा सकता है?
बता दें कि काजू फल एक गूदेदार या मांसल हिस्सा होता है, जो काजू से जुड़ा होता है। चूँकि काजू के फल का ऊपरी सिरा पेड़ से निकलने वाले तने से जुड़ा होता है जबकि इसका निचला सिरा काजू से जुड़ा होता है, जो एक खोल में बंद होता है। गौरतलब है कि वानस्पतिक दृष्टि से, काजू फल एक सहायक फल है, जो काजू के बीज (नट) पर उगता है।
इस फल को चाहे तो आप ताजा खा सकते हैं, या इसे सब्जी में डाल सकते हैं, अन्यथा इसका जूस बनाकर भी पी सकते हैं। इसके अलावा इस फल की चटनी और जैम भी बना कर खायी जा सकती है। बता दें कि कई देशों में इस फल का इस्तेमाल कई तरह के ड्रिंक के स्वाद को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। स्वाद में यह मीठा होने के साथ ही थोड़ा कसैला भी होता है। गौरतलब है कि इसे खाने से पहले इसे अच्छी तरह से धोना चाहिए या नमक के पानी में दो मिनट उबालने के बाद ही इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि इसका कसैला स्वाद चला जाए।



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