yoga : गर्दन और पीठ दर्द से परेशान हैं तो आज से ही शुरू कर दें ये योगासन

Update: 2025-01-10 05:03 GMT
yoga : अकसर लोग गर्दन और पीठ के दर्द से बेहाल हो जाते हैं। जी हां, कॉम्पिटिशन के इस दौर में घंटों लैपटॉप पर झुककर काम करने वाले लोग पीठ और गर्दन के दर्द की शिकायत करते हैं। इसके अलावा यह दर्द कई बार गलत पोस्चर में बैठकर काम करने से भी परेशान करने लगता है। ज्यादा दिन तक इस दर्द को नजरअंदाज करने पर व्यक्ति की समस्या बढ़ सकती है। अगर आप भी इस तरह के दर्द को फिलहाल झेल रहे हैं तो ये 3 योगासन आपकी समस्या को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
ताड़ासन या पर्वत मुद्रा योग का एक आसन है, जो शारीरिक और मानसिक संतुलन विकसित करके शरीर के पोस्चर में सुधार लाता है, जांघों, घुटनों और टखनों को मजबूत करता है। ताड़ासन करने के लिए आपको सीधे खड़े होकर अपने दोनों हाथों को ऊपर ले जाते हुए एक दूसरे से जोड़ना है। इसके बाद अपनी एड़ियों के सहारे ऊपर की तरफ बॉडी को स्ट्रेच करें। इसी अवस्था में अपना संतुलन बनाने की कोशिश करें। इसी प्रक्रिया को चार से पांच बार दोहराएं। इससे आपकी पूरी बॉडी को काफी राहत फील होगी।
भुजंगासन-
भुजंगासन को कोबरा मुद्रा के नाम से भी जाना जाता है। इस आसन को करने से कमर की अकड़न दूर होती है और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याओं में आराम मिलता है। भुजंगासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले पेट के बल सीधा लेटकर अपनी हथेलियों को कंधों के नीचे रखें। अब अपनी उंगलियों को फैलाते हुए छाती को ऊपर की ओर खींचें। इसी अवस्था में बने रहते हुए सांस लें। थोड़ी देर बाद वापस पहले वाली अवस्था में आ जाएं।
मंडूकासन को हाफ फ्रॉग पोज या मेंढक मुद्रा भी कहा जाता है। यह छाती और कंधों को खोलने वाला आसन है, जो कूल्हों, जांघों, और पीठ में लचीलापन बढ़ाता है। मंडूकासन करने के लिए सबसे पहले वज्रासन में बैठकर अपनी मुठ्ठी बंद करें और अंगूठे को बाहर की तरफ रखें। अब मुठ्ठी को नाभि चक्र और जांघ के पास ले जाएं। ऐसा करते हुए अपनी सांस बाहर छोड़ते हुए पेट को अंदर की तरफ खींचें। धीरे-धीरे आगे की तरफ झुकें और छाती को जांघ से छूने की कोशिश करें। जब तक इस मुद्रा में रह सकते हैं, बने रहें फिर धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें। वापस अपनी पहली स्थिति में आ जाएं। धीरे-धीरे इस आसन की संख्या बढ़ाएं।
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