पीरियड्स के दौरान क्यों होती है मीठा खाने की क्रेविंग? इन उपायों से करें कम
पीरियड्स के दौरान क्यों होती है मीठा खाने
पीरियड के दिनों में और पीएमएस के दौरान महिलाओं के शरीर में कुछ बदलाव होते हैं। हार्मोन्स में होने वाले बदलावों का असर, महिलाओं की इमोशनल हेल्थ पर भी पड़ता है। इसके अलावा खाने-पीने की आदतों और नींद के पैटर्न में भी इन दिनों में बदलाव होता है। पीरियड्स में पेट दर्द, कमर दर्द, मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन, गैस और ब्लोटिंग महसूस होना, एक्ने होना, जैसी समस्याएं आम हैं। ज्यादातर महिलाओं को इन दिनों में मीठा खाने की क्रेविंग होती है। क्रेविंग को शांत करने के लिए, हल्का-फुल्का मीठा खा लेना सही है।
जब क्रेविंग ज्यादा होती हैं और आप बहुत अधिक मीठा खाने लगती हैं, तो इसका सीधा असर आपकी सेहत पर पड़ता है। इससे आपके वजन पर भी असर पड़ सकता है और वेट मेंटेन करने के लिए पूरे महीने की गई आपकी कोशिश बेकार हो सकती है। पीरियड्स में स्वीट क्रेविंग्स का क्या कारण है, और किन आसान उपायों की मदद से इसे दूर किया जा सकता है? इस बारे में न्यूट्रिशनिस्ट सिमरन कौर से जानते हैं।
पीरियड्स में क्यों होती है स्वीट क्रेविंग्स?
पीरियड्स के दौरान और इसके शुरू होने से कुछ दिन पहले से महिलाओं के लिए शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स के लेवल में बदलाव होता है। इन दोनों हार्मोन्स के कारण बॉडी में शुगर लेवल कम होने लगता है, जिससे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का लेवल बढ़ जाता है। इससे मूड खराब और सुस्त होता है, जिससे मीठा खाने की क्रेविंग होती है। इसके अलावा कई बार कुछ न्यूट्रिशन्स की मात्रा शरीर में कम होती है, जिसके चलते भी स्वीट क्रेविंग्स होने लगती है। कुछ महिलाओं को साइकिल के दौरान ये क्रेविंग्स होती हैं। वहीं कुछ महिलाओं को पीएमएस यानी पीरियड शुरू होने से लगभग 1 हफ्ता पहले मीठा खाने की इच्छा होती है। यूं तो शुगर क्रेविंग्स नॉर्मल है, हार्मोन्स में होने वाले उतार-चढ़ाव को बैलेंस करने के लिए हमारी बॉडी को ये क्रेविंग्स होती है।
कैसे करें कंट्रोल?
पीरियड्स में शुगर क्रेविंग्स को कंट्रोल करने के लिए आप हल्का-फुल्का मीठा खा सकती हैं लेकिन बहुत अधिक मीठा न खाएं।
स्वीट क्रेविंग्स को कंट्रोल करने के लिए साबुत अनाज, पास्ता इस तरह की चीजें खाएं।
अनहेल्दी स्वीट्स की जगह घर पर बनी लो शुगर वाली चीजें जैसे कस्टर्ड, सेवई और खीर खाएं।
जो भी मीठा आप खा रही हैं, उसमें पोर्शन कंट्रोल का जरूर ध्यान रखें।
शरीर में पानी की कमी(पानी की कमी के लक्षण) न होने दें। पानी की कमी भी शुगर क्रेविंग का कारण बनती है।
मैग्नीशियम रिच चीजें जैसे केनुआ, पालक और नट्स को अपनी डाइट में शामिल करें। मैगनीशियम रिच फूड्स, शुगर क्रेविंग्स को कम करते हैं।
थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ खाती रहें। इससे भी क्रेविंग्स कंट्रोल में रहेंगी।
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