मूड स्विंग्स कंट्रोल करने में लाभदायक है ये योगासन

त्रिकोनासन करने से डिलीवरी के दौरान होने वाले दर्द से काफी हद तक राहत मिलती है।

Update: 2023-01-23 12:29 GMT

सेहतमंद रहने के लिए खानपान के साथ ही शारीरिक गतिविधियां भी काफी जरूरी होती हैं। योग और एक्सरसाइज हमारे स्वास्थ्य और शरीर को कई मायने में फायदा पहुंचाते हैं। इम्युनिटी बढ़ाने लेकर कई गंभीर बीमारियों तक योगासन करने से कई सारे लाभ होते हैं। आम व्यक्ति के लिए तो योग और वर्कआफट काफी कारगर होते ही हैं, लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए भी योग बेहद फायदेमंद होते हैं। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। इन दिनों शरीर में कई सारे हॉर्मोनल बदलाव होते हैं, जिसकी वजह से पैरों में सूजन, पीठ में दर्द, वजन बढ़ने जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हम आपको कुछ ऐसे योगासन के बारे में बताएंगे, जिसकी मदद से आप प्रेग्नेंसी में होने वाली इन समस्याओं से राहत पा सकेंगी।

ताड़ासन
प्रेग्नेंसी के दौरान ताड़ासन करने से कई सारे फायदे मिलते हैं। इसे करने से रीढ़ की हड्डी को मजबूती मिलती है, जिससे बैक पेन की समस्या से राहत मिलेगी। इतना ही नहीं इस आसन की मदद से शरीर में सही तरीके से रक्त संचार भी होता है। साथ ही यह हाथों की मांसपेशियों को मजबूती देने में भी काफी मददगार है।
बद्धकोणासन
बद्धकोणासन गर्भवती महिलाओं को कई तरह फायदे पहुंचाता है। इसे करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होने के अलावा यह जांघों और हिप्स की फ्लैक्जिबिलिटी बढ़ाने में भी मदद करता है। अगर आप नॉर्मल डिलीवरी चाहती हैं, तो बद्धकोणासन काफी लाभकारी होगा। दरअसल, यह आसन नॉर्मल डिलीवरी के लिए पेल्विक खोलने में मदद करता है।
त्रिकोनासन
त्रिकोनासन करने से डिलीवरी के दौरान होने वाले दर्द से काफी हद तक राहत मिलती है। इतना ही नहीं इस आसन की मदद से आपकी पीठ, कमर और गर्दन को भी काफी मजबूती मिलेगी। साथ ही गर्भावस्था में इस आसन को करने से एसिडिटी जैसी समस्याएं भी आसानी से दूर हो जाती है। इस आसन को करने से गर्भवती महिलाओं में तनाव भी कम होता है।
अधोमुख श्वानासन
गर्भावस्था में अधोमुख श्वानासन करने से कमर दर्द की समस्या से काफी राहत मिलती है। इतना ही नहीं इसे करने से डिलीवरी के बाद ज्यादा वजन भी नहीं बढ़ता है। इसके अलावा इस आसन को करने से भी ब्लड सर्कुलेशन में काफी मदद मिलती है। साथ ही प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले मूड स्विंग्स की समस्या से भी अधोमुख श्वानासन राहत दिलाता है।
उत्कट कोणासन
गर्भावस्था में उत्कट कोणासन भी बेहद कारगर माना जाता है। इस आसन को करने से गर्भवती महिलाओं की बॉडी वॉल को मजबूती मिलती है। साथ ही पैरों, घुटनों, एडियों और जांघों की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। इस आसन के करने से जोड़ों के दर्द और कमर दर्द से भी राहत मिलती है।
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