बच्चों की याददास्त बढाती है ये आसान
बच्चों के लिए वृक्षासन बड़े काम का आसन है
नियमित रूप से योग (Yoga) करने से शरीर को कई प्रकार के लाभ मिलते हैं। योग करने से हमारा तन और मन दोनों ही शांत और स्वस्थ रहते हैं। दरअसल हर उम्र का इंसान चाहे वो बच्चा हो या बड़ा योग कर सकता है। लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम बच्चों के लिए खास योगासनों के बारे में बताएंगे जो ठीक से पढ़ाई की ओर ध्यान नहीं दे पाते। दरअसल जो बच्चे पढ़ाई के लिए ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते उन बच्चों के लिए ये दो योगासन बड़े काम के हैं। इन्हें नियमित रूप से करने से बच्चों की याददास्त भी बढ़ती है और ध्यान भी केंद्रित होता है। आइये जानते हैं विस्तार से।
वृक्षासन (Yoga Tips)
बच्चों के लिए वृक्षासन बड़े काम का आसन है। इसे करना भी बहुत आसान होता है। इस आसन को ट्री पोज (Tree Pose) भी कहा जाता है। जो बचे इस आसन को नियमित रूप से करते हैं उनके ध्यान लगाने की क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा इस आसन को करने से पेअर भी मजबूत होते हैं। और साइटिका की समस्या से भी राहत मिलती है।
वृक्षासन
वृक्षासन करने का तरीका
– वृक्षासन को करने के लिए सबसे पहले दोनों पैरों पर सीधे खड़े हो जाएं।
-अब अपने बाएं पैर पर संतुलन बनाते हुए दाएं पैर को मोड़कर उसका तलवा बाएं पैर की अंदरूनी जांघ पर रखें।
-ध्यान रहे की इस दौरान आपके दाएं पैर का पंजा जमीन की तरफ होना चाहिए।
– अब आप इसी पोज में कुछ देर रहें और संतुलन बनाए रखें।
-अब हाथों को जोड़कर सिर के ऊपर ले जाएं।
-कुछ देर इसी स्थिति में रहें के बाद दूसरे पैर से भी यह प्रक्रिया करें।
– आप इस आसान को 2 से 3 मिनट के लिए लगातार कर सकते हैं।
सर्वांगासन
सर्वांगासन करने से भी बच्चों की याददास्त बढ़ती है। इस आसन से हाथ और कंधों की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। इसके अलावा हमारे दिमाग में एनर्जी का फ्लो बढ़ता है। यही नहीं जो लोग इस आसन को नियमित रूप से करते हैं उनकी आंखों की रोशनी भी तेज रहती है और चेहरे पर ग्लो भी आता है। जो लोग डायबिटीज से पीड़ित है उन लोगों के लिए भी सर्वांगासन बड़े काम का है।
सर्वांगासन
सर्वांगासन
कैसे करें सर्वांगासन
सर्वांगासन करने के लिए सबसे पहले मैट पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं।
– अब अपने फेस को आकाश की ओर करें और दोनों हाथों को सीधे पैरों की दिशा में जमीन पर रखे।
-इसके बाद अपनी आंखें बंद कर लें, और गहरी सांस शरीर के अंदर की और लें।
– उसी दौरान दोनों पैरों को सामान्य गति से ऊपर आकाश की ओर उठाएं।
-पैरों के साथ ही कमर को भी धीरे धीरे ऊपर उठाएं। पैर आकाश में 90 डिग्री की सीध में हों तो कमर और पीठ को ऊपर उठाएं।
-इसके लिए अपने दोनों हाथों का सहारा लें। हाथों की कोहनियों को जमीन पर ही रखें।
-अब हथेलियों से पीठ को सहारा देते समय ध्यान रखें कि दोनों हाथ के अंगूठे पेट की ओर होने चाहिए और हाथों की चार चार उंगलियां पीठ पर आमने-सामने की ओर।
-अब आप इस पोजीशन में थोड़ी देर रहे, फिर धीरे धीरे अपने हाथों और कंधों के सहारे को हटा कर कमर को नीचे लाएं। और फिर पैरों को जमीन पर वापस ले आएं।
– इस आसान को जो बच्चे नियमित रूप से करते हैं उन्हें कई प्रकार के लाभ मिलते हैं।