कोलेस्टेरॉल को ब्लड प्रेशर और हृदय रोगों का सबसे बड़ा कारण माना जाता है. बेशक, कोलेस्टेरॉल ज़्यादा बढ़ जाने पर डॉक्टर की सुझाई दवाइयां ही खानी चाहिए, पर साथ ही आपको अपने खानपान पर भी नियंत्रण रखना चाहिए. कोलेस्टेरॉल कम करनेवाली डायट में सैचुरेटेड फ़ैट की कम मात्रा वाली चीज़ें होनी चाहिए. हम यहां ऐसी ही छह चीज़ों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कोलेस्टेरॉल कम करने के आपके मिशन में सहायक साबित होंगी.
सोया
सोया में सैचुरेटेड फ़ैट की काफ़ी कम मात्रा होती है, जिसके कारण यह कोलेस्टेरॉल कम करने में सहायक है. इसमें पाए जानेवाले ख़ास तरह के प्रोटीन कोलेस्टेरॉल को रेग्युलेट करने में मदद करते हैं. कई शोधों में यह बात सामने आई है कि रोज़ाना के खानपान में 15 ग्राम सोया शामिल करके लगभग 6% तक कोलेस्टेरॉल कम किया जा सकता है.
बार्ली (जौ)
सेहत से भरे इस अनाज में बीटा ग्लूकैन नामक एक सोल्यूबल फ़ाइबर होता है. जब हम बीटा ग्लूकैन खाते हैं तब यह पेट में जाकर एक ख़ास तरह के जेल में बदल जाता है, जो आंत में कोलेस्टेरॉल को बांधकर रखता है. कोलेस्टेरॉल को रक्त द्वारा अवशोषित करने से रोकता है. डायटीशियन्स रोज़ाना के खानपान में लगभग 3 ग्राम बीटा ग्लूकैन लेने की सलाह देते है. बार्ली की तरह ही दूसरी खानपान की चीज़ें, जिनमें बीटा ग्लूकैन हो, उन्हें अपनी डायट में शामिल करके आप प्रभावी ढंग से कोलेस्टेरॉल को कम कर सकते हैं.
बीन्स
छोटे बीन्स सेहत के लिए बड़े फ़ायदेमंद हैं. अपने सूप में आधा कप बीन्स डालकर बैड कोलेस्टेरॉल (एलडीएल) लेवल को 8% तक कम किया जा सकता है. वैसे भी हृदय के लिए माकूल खाने की चीज़ों में फ़ाइबर की अधिकता होती है. इससे रक्त में कोलेस्टेरॉल के अवशोषण की दर काफ़ी हद तक कम हो जाती है. आप ब्लैक बीन, किडनी बीन्स (राजमा) जैसे शानदार कोलेस्टेरॉल रोधी चीज़ें अपने रोज़ाना के आहार में शामिल करें. इससे आपके फ़ाइबर की कमी पूरी हो जाएगी.
मार्जरीन
प्लांट स्टेरॉल से मिलनेवाले मार्जरीन से कोलेस्टेरॉल को तेज़ी से कम किया जा सकता है. प्लांट स्टेरॉल्स ऐसे कम्पाउंड्स होते हैं, जो कोलेस्टेरॉल के अवशोषण को कम करते हैं. यह देखा गया है कि जिन महिलाओं के खानपान में प्लांट स्टेरॉल की समुचित मात्रा होती है, उनका कोलेस्टेरॉल लेवल तीन से पांच प्रतिशत तक कम होने में मदद मिलती है.
लहसुन
भोजन को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ लहसुन कोलेस्टेरॉल को कम करने के लिए जाना जाता है. यह ब्लड क्लॉटिंग की समस्या में भी फ़ायदेमंद है. ब्लड प्रेशर कम करने में तो रामबाण है. इन्फ़ेक्शन्स से बचाने में लहसुन का कोई सानी नहीं. आर्टरीज़ में जमा होनेवाले प्लाक को लहसुन की सहायता से साफ़ किया जा सकता है. यही प्लाक आगे चलकर कोलेस्टेरॉल बनते हैं. रोज़ाना दो से चार लहसुन की कलियां खानी ही चाहिए.
ऑलिव ऑयल
सबसे सेहतमंद खाने के तेल की सूची में ऑलिव ऑयल का नाम काफ़ी ऊपर है. ऑलिव ऑयल में दिल की सेहत के लिए फ़ायदेमंद मोनोसैचुरेटेड फ़ैटी एसिड्स (मूफ़ाज़) की अच्छी-ख़ासी मात्रा होती है. मूफ़ा से एलडीएल कोलेस्टेरॉल को कम किया जाता है. इतना ही नहीं ऑलिव ऑयल को रोज़ाना के खानपान में शामिल करके बेली फ़ैट को भी प्रभावी तरीक़े से कम किया जा सकता है. आप ऑलिव ऑयल सलाद ड्रेसिंग, चिकन और फ़िश मैरिनेटिंग या सब्ज़ियों को रोस्ट करने के लिए कर सकते हैं.