बारिश में जोड़ों के दर्द और अकड़न को कम करते हैं ये 7 फूड्स
अकड़न को कम करते हैं ये 7 फूड्स
अर्थराइटिस एक ऐसी समस्या है, जो एक या ज्यादा जोड़ों में सूजन के कारण होती है। इससे जोड़ों में दर्द, सूजन, रेडनेस और अकड़न जैसी समस्याएं होने लगती हैं। बारिश के दिनों में जोड़ों में दर्द की समस्या ज्यादा बढ़ जाती है।
हालांकि, अर्थराइटिस के 100 से ज्यादा प्रकार है, लेकिन ऑस्टियोआर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस सबसे आम हैं। अर्थराइटिस की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। लेकिन, मोटापा और गाउट से ग्रस्त लोगों को ज्यादा परेशान करती है। अर्थराइटिस के प्रकार के अनुसार अलग-अलग तरह से ट्रीटमेंट किए जाते हैं। सही दवाओं और हेल्दी डाइट से अर्थराइटिस के दर्द और सूजन को कम किया जा सकता है।
यदि आप अर्थराइटिस के दर्द से जूझ रहे हैं, तो एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुणों से भरपूर फूड्स खाने से मदद मिल सकती है। यहां ऐसे फूड्स की जानकारी है, जो बीमारी को आसानी से मैनेज कर सकते हैं। इनके बारे में हमें भारत के लिडिंग र्स्पोट्स न्यूट्रिशन ब्रांड, स्टीडफास्ट न्यूट्रिशन के फाउंडर अमन पुरी बता रहे हैं।
फैटी फिश
फैटी फिश में शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं, जो सूजन और शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं। सालमन, मैकेरल और सार्डिन जैसी फैटी फिश में ईपीए (इकोसापैनटोइनिक एसिड) और डीएचए (डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड) सहित ओमेगा-3 फैटी एसिड ज्यादा मात्रा में होता है।
वेजिटेरियन के लिए, फिश ऑयल सप्लीमेंट्स भी अच्छा विकल्प हो सकता है। अलसी के बीज के तेल और अखरोट के तेल में भी ओमेगा-3 फैटी एसिड ज्यादा मात्रा में होता है।
नट्स और सीड्स
नट्स और सीड्स अल्फा लिनोलेनिक एसिड (एएलए) का अच्छा स्रोत हैं। यह एक ऐसा ओमेगा-3 फैटी एसिड है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी है और जोड़ों में दर्द और सूजन को कम करता है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी में मौजूद हाई लेवल के पॉलीफेनोल्स सूजन को कम करते हैं। इसमें नेचुरल एंटी-ऑक्सीडेंट और एपिगैलोकैटेचिन-3-गैलेट (ईजीसीजी) भी होते हैं, जो अर्थराइटिस में शामिल फाइटोकेमिकल के प्रोडक्शन को रोकते हैं।
ग्रीन टी का अर्क ऑस्टियोआर्थराइटिस के दर्द को कंट्रोल करता है और जोड़ों के काम में सुधार करता है।
हरी सब्जियां
पालक, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, केल और ब्रोकली जैसी हरी सब्जियां विटामिन-ए, सी, ई और के जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं। ये सेल्स को फ्री-रेडिकल डैमेज से बचाती हैं।
इसमें मौजूद विटामिन-सी जोड़ों को लचीलेपन देता है। विटामिन-के हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी होता है और विटामिन-ई शरीर को एंटी-इंफ्लेमेटरी अणुओं से बचाता है।
अदरक और लहसुन
लहसुन और अदरक दोनों ही जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं। ये अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण अर्थराइटिस के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। इन्हें तड़के में डालने से लाजवाब स्वाद आता है।
बेरीज
ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी, स्ट्रॉबेरी, क्रैनबेरी और रास्पबेरी एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन्स और मिनरल्स का पावरहाउस हैं। इनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसके अलावा, इनमें एंथोसायनिन भी होता है, जो सूजन को कम करता है।
डेयरी प्रोडक्ट्स
दूध, पनीर और चीज जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स कैल्शियम और विटामिन-डी से भरपूर होते हैं, जो अर्थराइटिस के लक्षणों से लड़ते हुए हड्डियों की ताकत में सुधार करते हैं। जो लोग अपना वजन कंट्रोल करना चाहते हैं, वे लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स ले सकते हैं।
दर्द से बचने के लिए डाइट में इन चीजों को शामिल करें। इसके अलावा, कुछ चीजों जैसे रेड मीट, अल्कोहल, तले और मिर्च मसालों से भरपूर फूड्स से बचने की कोशिश करें। ये चीजें न सिर्फ अर्थराइटिस के दर्द को बढ़ाती है, बल्कि इनसे आपका वजन भी बढ़ सकता है।
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