पैरों में दिखते हैं ये हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण

जब हमारे शरीर में फैट के रूप में कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है तो इसे हाई कोलेस्ट्रॉल कहते है.

Update: 2022-07-14 12:56 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जब हमारे शरीर में फैट के रूप में कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है तो इसे हाई कोलेस्ट्रॉल कहते है. हमें हेल्दी कोशिकाओं के निर्माण में कोलेस्ट्रॉल की जरूरत पड़ती है, अगर शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाए तो आपको हार्ट की बीमारियों का खतरा भी तेजी से बढ़ता है. कोलेस्ट्रॉल लेवल ज्यादा होने से कोरोनरी आर्टरी डिजीज, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. क्‍योंकि हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर कुछ लक्षण नज़र नहीं आते है, लेकिन फिर भी पैरों और हाथों में होने वाले कुछ बदलाव कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के शुरुआती लक्षण माने जाते हैं. इसे बिलकुल अनदेखा ना करें.

एक्सप्रेसडॉटकॉमडॉटयूके के अनुसार अधिक वजन को आमतौर पर हाई कोलेस्ट्रॉल के संकेत के रूप में पहचाना जाता है. हालांकि, आपके शरीर के अन्य भागों में कुछ वार्निंग साइन दिखाई दे सकते हैं, जब आपके पैरों की धमनियां बंद हो जाती हैं, तो ऑक्सीजन युक्त रक्त की पर्याप्त मात्रा आपके निचले हिस्से तक पर्याप्त नहीं पहुंच पाती है. इससे आपके पैर को भारी और थका हुआ महसूस करा सकता है.
कोलेस्ट्रॉल हाई होने पर पैरों, जांघों और हिप्स में क्रैम्प्स महसूस होता है. लेकिन कई बार आराम करने पर भी ये क्रैम्प्स कम नही होते हैं. इसमें पैरों में कमजोरी, पैर की उंगलियों, पैरों पर घाव शामिल हैं. कोलेस्ट्रॉल में पैर का घाव धीरे-धीरे या फिर बिल्कुल ठीक नहीं होता है. साथ ही ज्यादा कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर त्वचा का रंग पीला या नीला हो सकता है.
अगर आपको अपने शरीर में इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करतें है तो उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. हाई कोलेस्ट्रॉल की आशंका वाले लोगों को रेड मीट, ब्राउन राइस, ब्राउन ब्रेड, ब्राउन पास्ता, नट्स, सीड्स, फल और सब्जियां आदि चीज़ो को खाना चाहिए. आप अपनी डाइट में सेचुरेटेड फैट में कटौती करें और अनसेचुरेटेड फैट का सेवन करें. इसके लिए जैतून, सूरजमुखी, अखरोट और बीजों के तेल का उपयोग करना चाहिए.
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