Stress का कारण भी बन सकता है नींद की समस्या

Update: 2024-08-24 11:28 GMT

लाइफस्टाइल Lifestyle: बिजी लाइफस्टाइल के कारण लोगों में स्ट्रेस और एंग्जायटी जैसी दिक्कतें भी बढ़ रही हैं. इसका मुख्य कारण नींद में कमी भी है. तकनीक के इस दौर में लोग गैजेट्स के साथ ज्यादा समय बिताते हैं, जिससे नींद पर भी काफी असर पड़ता है. अगर रोजाना हम सही तरीके से नींद नहीं लेंगे, तो कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.स्पर्श हॉस्पिटल में कंसल्टेंट पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. रोहन आर. नाइक के अनुसार,नींद और मानसिक स्वास्थ्य के बीच गहरा संबंध है, जिसे समझना बहुत जरूरी है. नींद न केवल शारीरिक ऊर्जा को दोबारा प्राप्त करने के लिए आवश्यक है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. खराब नींद मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकती है.

नींद का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
नींद की कमी से क्रोध, चिड़चिड़ापन और उदासी जैसी भावनाएं बढ़ सकती हैं. यह चिंता और अवसाद को भी जन्म दे सकती है.
खराब नींद से बौद्धिक क्षमता, Creativity और याद्दाश्त प्रभावित होती है. लंबे समय में इससे मानसिक क्षमता में गिरावट और अल्जाइमर का जोखिम बढ़ सकता है.
नींद की कमी से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का अधिक स्राव होता है, जो समय के साथ तनाव समस्याओं को जन्म दे सकता है.
क्या है जोखिम कारक
नींद आने या सोने में कठिनाई, चिंता और अवसाद को बढ़ा सकती है.
अवसाद और नींद का आपसी संबंध होता है; खराब नींद अवसाद को बढ़ा सकती है और अवसाद नींद में खलल डाल सकता है.
लंबे समय तक तनाव नींद को प्रभावित कर सकता है और मानसिक स्वास्थ्य को खराब कर सकता है.
नींद में सुधार के तरीके
अच्छी नींद लें: नियमित नींद लेने का शेड्यूल बनाएं और सोने से पहले कैफीन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से परहेज करें.
कॉग्नेटिव बिहेवियर थेरेपी:ये अनिद्रा के लिए प्रभावी उपचार है, जो नकारात्मक विचारों को सुधारता है.
Mindfulness  और रिलैक्सेशन तकनीक: ध्यान और गहरी सांस लेने के व्यायाम से नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है.
दवाई: कुछ मामलों में नींद के इलाज के लिए दवा का इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के दवा ना लें.
नियमित व्यायाम: शारीरिक गतिविधि नींद की गुणवत्ता और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकती है.
नींद और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानना और इसे मैनेज करना समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है. अच्छी नींद और मजबूत मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बढ़ावा देने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल रुटीन विकसित करना जरुरी है.
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