Lifetyle.लाइफस्टाइल: आज यानी सोमवार 26 अगस्त को देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को आधी रात के समय भगवान विष्णु ने श्री कृष्ण अवतार में धरती पर जन्म लिया था। इस साल ये खास तिथि आज यानी 26 अगस्त को पड़ रही है। ऐसे में आज देशभर में खूब उत्साह के साथ श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में हर ओर भक्तिमय माहौल देखने को मिल रहा है। लोग अपने लड्डू गोपाल को नए कपड़े पहनाकर उनका सुंदर श्रृंगार कर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। इसके साथ ही लड्डू गोपाल को भोग लगाने के लिए तमाम चीजें भी बना रहे हैं। दरअसल, माना जाता है कि जन्माष्टमी के मौके पर श्री कृष्ण की पसंदीदा चीजें बनाकर उन्हें भोग लगाने से भक्तों की हर इच्छा पूरी हो जाती है। वहीं, मोहनभोग कान्हा के इन्हीं पसंदीदा भोग में से एक है। ऐसे में यहां हम आपको मोहनभोग बनाने की आसान रेसिपी बता रहे हैं। जिसे स्टेप-बाय-स्टेप पढ़कर, घर पर बनाकर आप कान्हा को भोग लगा सकते हैं।
चाहिए होंगी ये सामग्री
मोहनभोग बनाने के लिए आपको 1 लीटर दूध
घी
2 चम्मच काजू
2 चम्मच किशमिश
1 कप सूजी
2 दालचीनी के टुकड़े
4 कुटी हुई हरी इलायची और
1 कप चीनी की जरूरत होगी।
कैसे बनाएं मोहनभोग?
इसके लिए सबसे पहले कड़ाही में 1 लीटर दूध डालकर गर्म होने के लिए रख दें।
तब तक एक पैन में 1 चम्मच घी डालकर गर्म कर लें।
घी गर्म होने पर इसमें 2 चम्मच काजू और 2 चम्मच किशमिश डालकर भून कर लें।
दोनों चीजें हल्की भुन जाने पर पैन से बाहर निकाल लें और फिर इसी पैन में 1 कप सूजी डालकर मीडियम फ्लेम पर भून लें।
हल्की भुन जाने पर पैन में 1/2 कप घी डालें और सूजी में मिलाते हुए अच्छी तरह चला लें।
सूजी का रंग हल्का लाल हो जाने पर इसमें 2 दालचीनी के टुकड़े और 4 कुटी हुई हरी इलायची डालकर चला लें।
जब सुजी में हल्का उबाल नजर आने लगे, तब इसमें पहले से गर्म होने रखा दूध मिला लें।
गैस का फ्लेम लो कर दें और सूजी और दूध को अच्छी तरह पकने दें। आपको इसे बीच-बीच में चलाते रहना है।
जब ये मिश्रण एकदम गाढ़ा हो जाए, तब इसमें 1 कप चीनी डालें और अच्छी तरह चला लें।
अब, इसमें पहले से भुनी हुई काजू और किशमिल डालकर चला लें।
आप इसपर पिस्ता और अन्य मेवों को बारीक काटकर गार्निश कर सकते हैं। इतना करते ही आपका मोहनभोग बनकर तैयार हो जाएगा।
इससे लड्डू गोपाल को भोग लगाएं और फिर आप भी इसे प्रसाद के रूप में खा सकते हैं।