बच्चों डाइट में नमक की मात्रा का विशेष ध्यान रखना जरूरी जानिए
मानव शरीर के विकास के लिए सोडियम आवश्यक तत्व है। लेकिन जिस प्रकार अधिक सोडियम की मात्रा वयस्कों के लिए हानिकारक है उसी प्रकार बच्चों के लिए भी यह नुकसानदायक है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | मानव शरीर के विकास के लिए सोडियम आवश्यक तत्व है। लेकिन जिस प्रकार अधिक सोडियम की मात्रा वयस्कों के लिए हानिकारक है उसी प्रकार बच्चों के लिए भी यह नुकसानदायक है। इसलिए बच्चों की डाइट में नमक की मात्रा का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। मदरहुड हॉस्पिटल की कंसलटेंट पीडियाट्रिशन एंड नियोनिटोलॉजिस्ट डॉ रमानी रंजन के मुताबिक तय मात्रा से अधिक नमक का सेवन बच्चों में बहुत सी शारीरिक बीमारियों का कारण बन सकता है। जैसे कि मोटापा या किडनी से संबंधित बीमारियां। वैसे भी आजकल जंक फूड उनका मन पसंदीदा भोजन बन चुका है। इन खाद्य पदार्थों में अधिक नमक होता है और अगर बच्चों को बचपन में ही अधिक नमक खाने की आदत हो जाती है तो वह पूरी उम्र अधिक नमक की चीजों को खाने के आदी हो जाते है। अधिक नमक का सेवन करने से ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां होने का रिस्क तो बढ़ाता ही है, हृदय के लिए भी काफी खतरनाक हो सकता है। इसलिए आपको बच्चों की इस आदत पर अभी से नियंत्रण करना होगा। बच्चा यदि 1 साल से छोटा है तो उसे 1 ग्राम से कम और यदि एक से 4 साल के बीच का बच्चा है तो 1- 2 ग्राम के बीच और यदि 7 से 10 साल के बीच का बच्चा है तो लगभग 3-4 ग्राम तक नमक की मात्रा लेना सुरक्षित है। निम्न लक्षणों से आप पता कर सकते हैं कि बच्चा कहीं अधिक नमक का सेवन तो नहीं कर रहा।