सहजन के पत्तों के 5 बड़े फायदे जानिए
सहजन की फलियां काफी स्वादिष्ट होने के साथ गुणकारी भी होती हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | सहजन की फली (Drumstick) के फायदे आपने खूब सुने होंगे. कई बार तमाम डिशेज में इसका इस्तेमाल भी किया होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सहजन के पत्ते (Drumstick Leaves) भी पोषक तत्वों का खजाना होते हैं. इसके पत्तों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-ए, सी और बी कॉम्प्लेक्स जैसे तत्वों के अलावा 40 से अधिक प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. आप सहजन की हरी पत्तियों की सब्जी (Drumstick Vegetable) बनाकर खा सकते हैं. इसके अलावा पत्तियों को सुखाकर पाउडर बनाकर भी खाया जा सकता है. आयुर्वेद (Ayurveda) में इस पत्तियों को कई तरह की बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है. यहां जानिए इसके फायदों के बारे में.
सहजन के पत्तों के फायदे
जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर हो, उन्हें सहजन के पत्ते जरूर खाने चाहिए. इसमें इतने पोषक तत्व होते हैं, जो आपकी इम्युनिटी को बहुत आसानी से बढ़ाते हैं. इससे प्रतिरक्षा कोशिकाओं की कार्यक्षमता काफी अच्छी होती है और तमाम वायरस और बैक्टीरिया से आपका शरीर बचा रहता है.
किडनी स्टोन में फायदेमंद
कहा जाता है कि अगर आपको किडनी स्टोन की परेशानी है तो आपको सहजन के पत्ते जरूर खाने चाहिए. ये स्टोन को तोड़कर यूरिन के माध्यम से बाहर निकालने में मददगार माने जाते हैं. साथ ही किडनी स्टोन की परेशानी से आपका बचाव भी करते हैं.
दिल की सेहत रखते दुरुस्त
सहजन के पत्तों में ओमेगा-3 फैटी एसिड की अच्छी मात्रा होती है. ऐसे में ये दिल के रोगियों के लिए काफी अच्छा माना जाता है. इसे खाने से बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है. साथ ही ये पत्ते आपके बीपी को भी कंट्रोल करते हैं. ऐसे में आपका दिल सेहतमंद बना रहता है.
डायबिटीज के रोगियों के लिए
जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है, उनके लिए भी सहजन की पत्तियां काफी लाभकारी मानी जाती हैं. इसके पत्तों में मधुमेह विरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. ऐसे में ये शरीर में ग्लोकोज के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार माने जाते हैं.
पेट के लिए लाभकारी
आयुर्वेद में पेट की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है क्योंकि अधिकतर बीमारियों की जड़ पेट ही होता है. अगर आपका भी पेट अक्सर खराब रहता है तो सहजन के पत्ते मददगार हो सकते हैं. इनमें फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है जो कब्ज जैसी परेशानी से बचाव करते हैं. साथ ही आंतों में जमा किसी भी हानिकारक पदार्थ को आसानी से बाहर निकाल देते हैं.