घी सबसे पवित्र, आध्यात्मिक और शारीरिक रूप से स्वास्थ्य के लिए लाभदायक पदार्थ के रूप में जाना जाता है। आयुर्वेद में गाय के घी को अमृत के समान बताया गया है। अगर आप रोज़ाना खाने में घी का इस्तेमाल करते हैं तो इससे न सिर्फ आपका खाना ज़ायकेदार होगा बल्कि इससे आपके शरीर का एनर्जी लेवल भी बढ़ेगा। घी मे मौजूद पोषक तत्व मानसिक और शारीरिक सेहत के लिए फायदेमंद है। आयुर्वेद में इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स दिए गए हैं। इसे रेग्युलर एक चम्मच खाने से कई बीमारियों और परेशानियों को दूर किया जा सकता है।
आइये देसी घी के हेल्थ पर होने वाले इन फायदों के बारे में।
घी में शॉर्ट चेन फैटी एसिड होते हैं, जिसे पचाना बेहद आसाना होता है और ये हमारे हार्मोन्स के लिए भी फायदेमंद होते हैं। घी में विटामिन ए, डी, कैल्शियम, फॉस्फोरस, मिनरल्स, पोटैशियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपको ज्यादा समय तक जवान बनाए रखते हैं।
जो लोग रेगुलर देसी घी खाते हैं उनकी रोगों से लड़ने की ताकत अच्छी होती है। मौसम में आए बदलाव का भी ऐसे लोगों की सेहत पर आसानी से असर नहीं पड़ता। देसी घी में ढेर सारे एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं, जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं।
घी शुक्र धातु (पुरुष और महिला प्रजनन प्रणाली) की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए उपयोगी है। यह अपने विशाल पौष्टिक स्वास्थ्य लाभों के साथ, उन लोगो के लिए फायदेमंद है, जो दैनिक रूप से सेक्स में लिप्त होना चाहते हैं।
अगर कोई आंखों की किसी समस्या से पीड़ित है तो उसे एक चम्मच गाय के घी में एक चौथाई काली मिर्च मिलाकर सुबह खाली पेट व रात को सोते समय खाना चाहिए। इसके बाद एक ग्लास ग्रम दूध पीना चाहिए।
देसी घी एक बेहतरीन माश्च्यूराइजर का काम करता है। आप चाहें तो देसी घी से अपने चेहरे की मालिश कर सकते हैं। यह स्किन के रूखेपन को कम करता है। पुराने जमाने में लोग देसी घी से ही सिर की मालिश किया करते थे इससे बाल पकते नहीं हैं और खोपड़ी की खुश्की भी दूर होती है। # 2 – 5 घी की बूँदें नवजात को देने की सलाह दी जाती है। गाय का घी और दूध जन्म से ही बच्चों के लिए अनुकूल होता है। स्तनपान कराने वाली मां को भी इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है। यह मां के दूध को पौष्टिक गुणों से भर देता है।