लाइफस्टाइल में गड़बड़ी होने से लोगों में तेजी से बढ़ रही फैटी लिवर की समस्या, जानिए इसके होने पर कैसे निपटें
लेकिन यह समस्या शराब न पीने वाले लोगों में तेजी से बढ़ रही है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कई रिसर्च कहती हैं, फैटी लिवर डायबिटीज होने का खतरा बढ़ाता है। खानपान और लाइफस्टाइल में गड़बड़ी के कारण लोगों में फैटी लिवर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। फैटी लिवर के मामलों में पहले लाइफस्टाइल बिगड़ती है फिर डायबिटीज होती है। खास बात यह है कि शराब न पीने वाले लोगों में भी यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। इसे नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (एनएएफएलडी) कहते हैं।
टोटल डायबिटीज हार्मोन इंस्टीट्यूट इंदौर के डायबिटीज एंड हार्मोन एक्सपर्ट डॉ. सुनील एम जैन से जानिए फैटी लिवर होने पर कैसे निपटें...
फैटी लिवर से बचाव के लिए यह आपको जानना चाहिए
लक्षण: पेट पर चर्बी गर्दन का गहरा होता रंग
मुख्य रूप से दो लक्षण हैं जिनके आधार पर शरीर में शुगर से संबंधित हो रहे रासायनिक परिवर्तनों का अंदाजा लगाया सकता है। पेट के आसपास चर्बी बढ़ना। गर्दन के पिछले भाग की त्वचा का रंग गहरा होना।
कारण: शुगर वाली चीजें खाना
अधिक शुगरयुक्त पदार्थ जैसे कि कोल्ड ड्रिंक, चीनी, मिठाइयां, चॉकलेट, आलू, जंक फूड, स्वीटेंड फ्रूट, योगर्ट आदि खाद्य पदार्थों का सेवन से फैटी लिवर का खतरा अधिक बढ़ जाता है।
बचाव के लिए ये बातें याद रखें
8% वजन घटाइए: अगर खानपान से शक्कर को हटा दिया जाए और रोज व्यायाम करते हुए अपने वजन को 8 प्रतिशत कम कर लिया जाए तो लिवर में जमा चर्बी घट सकती है ।
संतुलित भोजन: भोजन में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट जैसे साबुत अनाज, ओट्स, फल, सब्जियां और दालें शामिल करनी चाहिए। चीनी, पास्ता, सफेद ब्रेड से बचना चाहिए।
डायबिटिक हैं तो वॉकिंग आपकी धड़कन है: मोटे या अधिक वजन वाले लोगों में डायबिटीज होने की आशंका 80 से 85 प्रतिशत अधिक होती है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के मुताबिक, डायबिटीज से पीड़ित ऐसे लोग जिन्होंने सप्ताह में कम से कम 2 घंटे तक वॉक किया उनमें वॉक न करने वाले डायबिटीज पेशेंट की तुलना में हार्ट अटैक से मौतें काफी कम हुईं।