बारिश का समय चल रहा है और ऐसे समय में सुहाने मौसम के साथ बीमारियों के संक्रमण की समस्या भी आती हैं। जिसकी वजह से कई बीमारियाँ होने लगती हैं। जिसमें से एक बीमारी है डायरिया जो कि सामान्य तौर पर इस मौसम में हर आयु के लोगों को हो जाती हैं। इस बीमारी में बार-बार मल त्यागना या पतला मल निकलना या दोनों ही स्थितियां हो सकती हैं। डायरिया बहुत दिनों तक बने रहने पर आदमी बेहोश हो जाता है और समय से सही इलाज न होने पर मृत्यु तक हो सकती है। इसलिए आज हम आपको कुछ घरेलू नुस्खे बताने जा रहे हैं जो आपको डायरिया की इस समस्या में जल्द छुटकारा दिलाते हैं।
* नमक और पानी का घोल
डायरिया होने पर 1 से 2 घंटे के अंतराल पर कम से कम 1 लीटर से ज्यादा पानी पीना चाहिए। पानी का सेवन करने से निर्जलीकरण नहीं होगा। नमक के छोटे-छोटे टुकडे चूसकर खाएं। नमक और पानी का घोल बनाकर प्रयोग करें।
* ओआरएस का घोल
डायरिया होने पर शरीर के अंदर से तरल व खनिज लवण बाहर निकलते हैं। इनकी कमी को पूरा करने के लिए ओआरएस का घोल पिएं।
* अदरक वाली चाय
अदरक का सेवन करने से डायरिया में राहत मिलती है। अदरक की चाय पीने से पेट की पीडा कम होती है। अदरक का रस, नीबूं का रस और काली मिर्च का पाउडर पानी में मिलाकर पीने से राहत मिलती है।
* केला और सेब
केला व सेब का मुरब्बा और टोस्ट का मिश्रण जिसे ब्रॉट कहते हैं, इसके इस्तेमाल से भी डायरिया में राहत मिलती है। केला आंतों की गति को नियंत्रण करने में और दस्त को बांधने में सहायता करता है। सेब और केले में मौजूद पेक्टिन दस्त की मात्रा कम करके डायरिया में फायदा देता है।
* चावल
डायरिया के उपचार में चावल बहुत कारगर होता है। चावल आंतों की गति को कम करके दस्त को बांधता है।
* दूध का प्रयोग बंद करें
डायरिया होने पर दूध और उससे बनी हुई चीजों का प्रयोग बंद करें। दूध या उससे से बने प्रोडक्ट आसानी से पच नहीं पाते हैं।