इन सब्ज़ियों और फलों को कच्चा खाने के हैं फ़ायदे

Update: 2023-06-13 13:42 GMT
पुरानी कहावत है, कच्चा खाएं उम्र बढ़ाएं. आज हम 8 फलों व सब्ज़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनी डायट में कच्चा शामिल करके आप अपनी उम्र और फ़िटनेस दोनों बढ़ा सकते हैं.
प्याज़
हमारी सभी सब्ज़ियों का मुख्य घटक प्याज़ खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए जाना जाता है. कॉरनेल यूनिवर्सिटी के अध्ययन के मुताबिक़ प्याज़ के जूस में कैंसर से लड़नेवाले ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं. इसलिए कच्चा प्याज़ खाने या उसका जूस निकालकर सेवन करने से आप लंग और प्रोस्टेट कैंसर से बचे रह सकते हैं.
नारियल
नारियल को उसके हर रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. जब वह एकदम से कच्चा होता है तो उसका पानी पीते हैं. आपको पता ही होगा कि यह किसी भी एनर्जी ड्रिंक की तुलना में हमें ज़्यादा एनर्जी से भर देता है. साउथ ईस्ट एशियन जरनल ऑफ़ ट्रॉपिकल मेडिसिन ऐंड पब्लिक हेल्थ में छपे एक रिसर्च के मुताबिक़ कच्चे नारियल में इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा काफ़ी अधिक होती है. वे हमारे शरीर को हाइड्रेट करते हैं. सूखे नारियल में ये न्यूट्रिएंट्स नहीं होते हैं, इसलिए कच्चे नारियल को डायट में शामिल करना अधिक सेहतमंद होता है.
पालक
पालक को हम सब्ज़ी, सूप और सलाद…कई तरह से अपने खानपान में शामिल करते हैं. पालक है भी पोषक तत्वों से भरा खाद्य पदार्थ. इसमें क्लोरोफ़िल, ऐंटी-ऑक्सिडेंट, विटामिन सी और ई, एंज़ाइम्स और अमिनो एसिड्स की प्रचुर मात्रा होती है. जब आप पालक को पकाते हैं तो ये पोषक तत्व कम हो जाते हैं या पूरी तरह से ख़त्म हो जाते हैं. पालक का स्वास्थ्य संबंधी अधिकतम फ़ायदा लेने के लिए आपको इसे सलाद के साथ कच्चे खाना चाहिए. अगर कच्चा पालक नहीं खा पाते तो आपको इसे बहुत ही हल्का पकाना चाहिए. फ़ाइबर से भरा होने के कारण, पालक हमारे पेट को लंबे समय तक भरा रहने का एहसास कराता है.
लहसुन
विभिन्न व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होनेवाला लहसुन अकेले भी आपको सेहत संबंधी कई फ़ायदे दे सकता है. इसमें एलिसिन नामक फ़ायटोन्यूट्रिएंट होता है, जो कच्चा लहसुन खाने पर हमारे शरीर द्वारा बेहतर ढंग से अवशोषित किया जाता सकता है. मेडिकल डेली की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ पकाने पर लहसुन से एलिनेस नामक एन्ज़ाइम ख़त्म हो जाता है, जो कि एलिसिन के को बनाने के लिए ज़रूरी होता है. तो कच्चा लहसुन खाने पर आपको एलिसिन की प्रचुर मात्रा मिलेगी, जो कि हृदय संबंधी बीमारियों और कैंसर से बचाने में बेहद कारगर है.
ब्रोकलि
इस सब्ज़ी में विटामिन की ढेर सारी मात्रा होती है, साथ ही कैल्शियम, पोटैशियम और प्रोटीन भी प्रचुर मात्रा में होते हैं. इसमें कैंसर से लड्रनेवाला सल्फ़ोराफ़ेन नामक एक कम्पाउंड भी होता है. जरनल ऑफ़ एग्रीकल्चर ऐंड फ़ूड केमिस्ट्री में छपी एक स्टडी के मुताबिक़, जो लोग कच्ची ब्रोकलि का सेवन करते हैं, उनका शरीर सल्फ़ोराफ़ेन को इसे पकाकर या उबालकर खाने वालों की तुलना में तेज़ी से और कहीं ज़्यादा अवशोषित करता है. तो बात साफ़ है, ब्रोकलि खाने का असली फ़ायदा इसे कच्चा खाने में है.
आम
फलों के राजा आम का सेहत से जुड़ा मैक्सिमम फ़ायदा इसे कच्चा खाने में मिलता है. गर्मी के मौसम के फल आम को कच्चा खाने से गर्मी को हराने में मदद मिलती है. कच्चे आम को खाने या इसका जूस निकालकर पीने से काफ़ी मात्रा में विटामिन ए और सी, कैल्शियम और आयरन मिलते हैं. इसमें मैग्नीशियम की भी अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर को डीटॉक्स करने में मददगार है. कच्चा आम पाचन को बेहतर करता है और त्वचा को नई दमक देता है. हालांकि आपको आम का सेवन, चाहे कच्चा हो या पका सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, क्योंकि यह शरीर को अंदर से गर्म करता है.
कटहल
कटहल में प्रोटीन की प्रचुर मात्रा होती है, कच्चे कटहल के एक कप में 3 ग्राम तक प्रोटीन की मात्रा होती है. अगर आप शाकाहारी हैं तो इतना प्रोटीन आपके लिए वरदान की तरह है. कच्चे कटहल में सबसे ज़्यादा विटामिन सी होता है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने और बीमारियों से बचाने में बेहद कारगर होता है. साथ ही इसमें ऐंटी-इन्फ़्लेमेट्री गुण भी होता है, जो आर्थराइटिस से लेकर पेट की समस्याओं से भी बचाता है. कच्चा कटहल कोलेस्टेरॉल कम करता है, हृदय की सेहत के लिए भी अच्छा होता है. अगर आप कच्चे कटहल की सब्ज़ी खाते हैं तो फ़ाइबर से भरा यह फल आपके वज़न को भी नियंत्रित रखता है.
पपीता
कच्चे पपीता में मैग्नीशियम, पोटैशियम जैसे ज़रूरी मिनरल्स और विटामिन ए, सी, ई और बी की अच्छी मात्रा होती है. कच्चे पपीते में पैपीन और चायमोपैपीन नामक दो एन्ज़ाइम्स होते हैं, जो फ़ैट को ब्रेक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं अगर आप वज़न कम करना चाहते हैं तो कच्चे पपीते का जूस काफ़ी फ़ायदेमंद साबित होगा. कच्चा पपीता खाना या उसका जूस पीना पीरियड पेन से राहत और कब्ज़ से छुटकारा दिलाता है. डायबिटीज़ के मरीज़ों में ब्लड शुगर के लेवल को कम करने में कच्चे पतीते की बड़ी भूमिका होती है.
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