किडनी हमारे शहर का सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है जो हमारे शरीर के अवांछित प्रद्धार्थों को छान कर उसे पेशाब के रास्ते से बाहर निकालता है। किडनी डैमेज हो जाती हैं, तो यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को फिल्टर नहीं कर पाती, जिससे जहर का निर्माण होता है। बीते कुछ सालों में किडनी खराबी के मामलों में भयंकर इजाफा देखने को मिला हैं। किडनी से जुड़ी बीमारियों की अगर समय रहते पहचान नहीं की गई तो यह जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे संकेतों की जानकारी लेकर आए हैं जो किडनी के खराब होने का इशारा करते हैं। इन संकेतों के दिखते ही आपको गंभीरता से सोचते हुए उचित चिकित्सकीय परामर्श लेने की जरूरत हैं। आइये जानते हैं इन संकेतों के बारे में...
भूख में कमी आना
शरीर में विषाक्त पदार्थों और वेस्ट का संचय भी आपकी भूख को कम कर सकता है, जिससे वजन घटने लगता है। कम भूख का एक अन्य कारण सुबह जल्दी मतली और उल्टी भी हो सकती है। इस कारण व्यक्ति को हर समय पेट भरा हुआ महसूस होता है और कुछ खाने का मन नहीं करता। यह किडनी खराब होने का खतरनाक संकेत है, जिस पर किसी का ध्यान नहीं जाता।
जल्दी थकावट महसूस करना
यदि आप अचानक से चलते-चलते या सीढ़ियां चढ़ने के दौरान थकने लगे तो समझ जाइए कि आपकी किडनी ठीक तरह से काम नहीं कर रही है। जो हमारी किडनी में विषाक्त प्रद्वार्थों के जमावट का कारण हो सकता है। किडनी की बीमारी में एनीमिया की कमी के कारण भी हमारे शरीर में थकान और कमजोरी का कारण बनता है।
पैरों और हाथों में सूजन
पैरों और हाथों में सूजन को अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। जबकि, ये आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है। क्योंकि ये सबसे पहला संकेत है कि आपकी किडनी फिल्ट्रेशन का काम सही से नही कर पा रही है। दरअसल, जब किडनी फिल्ट्रेशन का काम सही से नहीं करती है तो पानी शरीर में जमा होने लगता है और इससे शरीर में सूजन आ जाती है जिसे मेडिकल टर्म में एडिमा कहते हैं।
स्किन खुरदुरी हो जाना
अचानक त्वचा का फटना, रेशेज होना, अजीब लगना और बहुत ज्यादा खुजली महसूस होना शरीर की गंदगी के एकत्रित होने के परिणाम हो सकते हैं। किडनी के निष्प्रभावी हो जाने से शरीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस की मात्रा प्रभावित होती है, जिससे अचानक से बहुत ज्यादा खुजली होने लगती है। आमतौर पर स्वस्थ त्वचा भी फटने लगती है, खुरदुरी हो जाती है और खुजली होती है।
बार-बार पेशाब आना
एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति दिन में 6-10 बार पेशाब जाता है। इससे ज्यादा बार पेशाब जाना किडनी खराब होने की निशानी है। किडनी की समस्या के मामले में व्यक्ति को या तो बहुत कम बार या फिर बहुत ज्यादा बार पेशाब जाने की इच्छा महसूस होती है। ये दोनों ही स्थिति किडनी को नुकसान पहुंचाती हैं। कुछ लोगों की पेशाब में खून भी निकलता है। ऐसा डैमेज हुई किडनी के कारण ब्लड सेल्स के पेशाब में रिसने के कारण होता है।
उल्टियां आना
किडनी से जुड़ी समस्याओं के परिणामस्वरूप उल्टी आने जैसे लक्षण आम बात हो जाते हैं। इसके अलावा गैस से जुड़ी समस्याएं हर सुबह सामने आती हैं। अगर आप उल्टी के दवाईयां लेने के बाद भी समस्या को जस की तस पाएं तो फौरन डॉक्टर से पूरा चेकअप करवाएं।
मांसपेशियों में बेचैनी
मांसपेशियों में बेचैनी कई कारणों से होती है जिसमें से एक है किडनी डैमेज होना। दरअसल, किडनी डैमेज होने पर मेटाबोलिक गतिविधियां प्रभावित होती हैं। ये मांसपेशियों और नसों के नुकसान का कारण बनता है। इससे आपको ऐंठन और दर्द हो सकता है। लोग हाथों और पैरों में चुभन महसूस कर सकते हैं। तो, इन तमाम लक्षणों को नजरअंदाज ना करें और अपने डॉक्टर को दिखाएं।
आंखों के नीचे सूजन
पेशाब में प्रोटीन का आना एक प्रारंभिक संकेत है जो बताता है कि हमारे किडनी का फिल्टर क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे प्रोटीन पेशाब में लीक होकर आ जाता है। इससे आंखों के आसपास हल्के सूजन दिखाई देने लगते हैं। जो यह दर्शातें है कि आपके पेशाब में प्रोटीन की मात्रा का ज्यादा रिसाव हो रहा है। इसलिए डाक्टर किसी भी मरीज की जांच से पहले उन्हें यूरीन टेस्ट जरूर कराता है ताकि उसकी बीमारी को समझा जा सके।