इन तेलों के उपयोग से भगवान होते है प्रसन्न
सरसों का तेल तो घर में खाने में भी प्रयोग किया जाता है। सरसों का तेल अगर आप शनि देव को अर्पित
जब भी लोगों के घर में या उनके ऊपर किसी प्रकार की समस्या पड़ती है तब उस इंसान को भगवान याद आते हैं और ज्यादातर व्यक्ति अपनी समस्याओं से परेशान है। हर इंसान अपनी समस्याओं से छुटकारा पाना चाहता है। अगर आपके घर में समस्याएं हैं और समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसके कुछ उपाय हैं जिन्हें करने से आपके घर की समस्या दूर हो जाएगी। इन उपायों में सिर्फ तेलों का प्रयोग होगा चाहे वह तिल का तेल हो या सरसों का तेल इनका उपयोग करने से आपके घर में सुख शांति समृद्धि बनी रहेगी और माता लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहेगी। आइए जानते हैं ज्योतिष शास्त्र के कुछ विशेष उपायों के बारे में…
चमेली का तेल
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार चमेली का तेल मंगलवार या शनिवार के दिन भगवान हनुमान को अर्पित करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और बजरंग बली बाबा आप पर हमेशा खुश रहते हैं। चमेली के तेल के साथ-साथ पुष्पों का माला चढ़ाएं और धूप जलाकर उसकी पूजा करें हालांकि आपको बता दें चमेली के तेल का कभी दीपक ना जलाएं।
सरसों तेल
सरसों का तेल तो घर में खाने में भी प्रयोग किया जाता है। सरसों का तेल अगर आप शनि देव को अर्पित करेंगे तो शनिदेव अपनी कृपा हमेशा आप पर बनाए रखेंगे। शनिवार के दिन सरसों का तेल शनिदेव को अर्पित करें । शनिवार के दिन शाम के समय एक कटोरी सरसों का तेल लेकर उसने अपना चेहरा दिखाओ शनिदेव के मंदिर में रख दें इसके अलावा आप लोग41 लगातार शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाएं।
तिल का तेल
तिल का तेल भी बहुत शुभ माना जाता है अगर आपके शरीर में कोई रोग लग गया है और रोगों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो 41 दिन लगातार पीपल के पेड़ के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाएं। वहीं यह भी माना जाता है कि कई प्रकार की सिद्धियों और साधना को प्राप्त करने के लिए भी पीपल के पेड़ के नीचे तिल का तेल का दीपक जलाया जाता है।अगर आप लोग भी ऐसा करते हैं तो भगवान कृपा हमेशा आप पर बनी रहेगी।