Lord Shiva Teachings ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में महादेव को देवों के देवता माना जाता है। यह विश्वास है कि सभी देवी-देवताओं में सबसे सरल भक्तों की भक्ति महादेव के प्रति होती है। महादेव उन देवताओं में सबसे पहले हैं जो वरदान देने में अग्रणी हैं, क्योंकि भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए केवल सच्चे मन की आवश्यकता होती है। वे एक लोटे जल से भी संतुष्ट हो जाते हैं।
सोमवार के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की विधिपूर्वक पूजा करके उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। लेकिन यदि आप अपने जीवन में अपार खुशियों की कामना करते हैं, तो भगवान शिव की कुछ महत्वपूर्ण बातों को अवश्य अपनाएं।
महिलाओं का सम्मान
शास्त्रों में यह उल्लेखित है कि भगवान शिव ने कभी भी नर और नारी में भेदभाव नहीं किया। शंकर भगवान के अर्धनारीश्वर अवतार में हम देखते हैं कि महादेव का आधा शरीर स्त्री का और आधा शरीर पुरुष का है। यह अवतार महिला और पुरुष दोनों की समानता का संदेश देता है। समाज, परिवार तथा मानस जीवन में जितना महत्व पुरुष का है उतना ही महत्व स्त्री का भी है। एक-दूसरे के बिना इनका जीवन अधूरा है, यह दोनों एक दूसरे के पूरक हैं।
मदद का भाव
शास्त्रों के अनुसार, जब भी हम भगवान शिव के बारे में पढ़ते हैं, तो यह स्पष्ट होता है कि भोलेनाथ हमेशा सेवा भाव और जन कल्याण के लिए तत्पर रहते हैं। इसका एक प्रसिद्ध उदाहरण है जब भगवान शिव ने समुद्र मंथन के दौरान सभी देवी-देवताओं को बचाने के लिए स्वयं विष का पान किया। उन्होंने यह सिद्ध किया कि जितना हम दूसरों की मदद करेंगे, उतना ही हमें सम्मान और प्रेम प्राप्त होगा।
समानता की भावना
महादेव के स्वभाव से हम सभी परिचित हैं। उन्होंने कभी भी अपने भक्तों और अन्य देवी-देवताओं के बीच भेदभाव नहीं किया। वे भक्ति करने वालों के प्रति समान भाव रखते हैं, चाहे वे असुर हों या देवी-देवता। भोलेनाथ अपने हर भक्त के लिए एक समानता की भावना रखते हैं। भगवान के इस दृष्टिकोण से हमें भी सभी लोगों के प्रति समान भाव रखने की प्रेरणा लेनी चाहिए और सभी को एक समान दृष्टि से देखना चाहिए।
शांति से कार्य करें
भगवान शिव की छवि में चंद्रमा उनके मस्तक पर विराजमान है, जो शांति और शीतलता का प्रतीक है। इस दृष्टिकोण से, हमें यह सीख मिलती है कि जीवन की किसी भी परिस्थिति में हमें शांति बनाए रखनी चाहिए।