Pradosh Vrat ज्योतिष न्यूज़: सनातन धर्म में प्रदोष व्रत की काफी महत्ता है। यह भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए काफी विशेष माना जाता है। इस व्रत की महिमा का वर्णन शिव पुराण में भी मिलता है। महिलाएं इस दिन भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद पाने के लिए यह व्रत करती हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस व्रत को करने से बिजनेस और करियर में काफी वृद्धि मिलती है, जो महिलाएं इस व्रत को करती हैं, उन्हें जीवन में कभी किसी भी चीज की कमी नहीं होती है। यही नहीं, कुंवारी कन्याओं की शादी में आ रही बाधाएं भी दूर होती हैं।
कब है प्रदोष व्रत?
बता दें कि इस बार यह व्रत 27 जनवरी 2025 को रखा जाएगा। संयोग यह है कि इस बार यह व्रत सोमवार को ही पड़ रहा है। इसलिए इस सोम प्रदोष व्रत कहा जाता है। महिलाएं इस व्रत को बहुत ही सावधानी से करती हैं। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने में अगर कोई गड़बड़ी होती है तो महादेव क्रोधित हो जाते हैं और पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस दिन क्या करना चाहिए और क्या करने से बचना चाहिए।
यह है शुभ मुहूर्त
मालूम हो कि प्रदोष का व्रत 26 जनवरी को रात 8 बजकर 54 मिनट से शुरू होगा। हालांकि, इसका समापन 27 जनवरी रात को 8 बजकर 34 मिनट पर होगा। ऐसे में आपको बिल्कुल भी कंफ्यूज होने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह व्रत 27 जनवरी को ही किया जाएगा।
प्रदोष व्रत में क्या नहीं करना चाहिए?
प्रदोष व्रत में घर में मांस, अंडा या फिर मांसाहारी खाना बनाने से बचना चाहिए
प्रदोष व्रत के दिन शराब, सिगरेट और नशे की चीजों का बिल्कुल भी सेवन नहीं करना चाहिए
इस दिन गुस्सा करने से बचना चाहिए, किसी से झगड़ा करने और झूठ बोलने से भी बचना चाहिए
प्रदोष व्रत के दौरान शिवलिंग पर टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाने चाहिए
प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर चंदन नहीं चढ़ाने चाहिए
प्रदोष व्रत में क्या करना चाहिए?
इस दिन भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए
प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान कर के साफ कपड़े पहनने चाहिए
प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर बेलपत्र, गंगाजल, दूध और दही चढ़ाना चाहिए
इस दिन शिवलिंग का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक भी करना चाहिए
इस दिन गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन करें