पीरियड्स अपने साथ कई तरह की प्रॉब्लम लाता है. इस दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं कभी आपकी त्वचा की अपीयरेंस बदलती है, तो कभी ब्रेस्ट में टेंडरनेस परेशान करती है. इसके अलावा पेट में दर्द, कमर में दर्द और भी कई सारी समस्या आती है. लेकिन क्या आपने नोटिस किया है कि पीरियड्स आते ही स्किन की प्रॉब्लम खत्म होने लगती है और साथ ही स्किन का ग्लो भी बढ़ जाता है. सिर्फ ऐसा ही नहीं है कि इस दौरान ग्लो बढ़ता है बल्कि कई बार हमें दाने पिंपल्स का भी सामना करना पड़ता है ऐसे में आज जानेंगे ये आखिर सब कुछ क्यों होता है.
स्किन में बदलाव के लिए मेंस्ट्रूअल हार्मोन जिम्मेदार
दरअसल हमारे मेंस्ट्रूअल हार्मोन अलग-अलग फेज में स्किन पर असर डालते हैं. यही कारण है कि कभी स्किन में दाने आने लगते हैं तो कभी स्किन में चमक आ जाती है. पीरियड साइकिल में स्किन अलग-अलग तरह के एक्सपीरियंस करती है. जैसे महीने के कुछ दिन में यह ज्यादा ऑयली हो जाती है, कुछ दिनों में यह ज्यादा ड्राई हो जाती है और कुछ दिनों में एक्ने की प्रॉब्लम इतनी बढ़ जाती है कि फेस अच्छा नहीं लगता है.
दरअसल इस दौरान प्रोजेस्ट्रॉन का स्तर बढ़ता है और एस्ट्रोजन का स्तर गिरता है. इससे त्वचा खराब दिखनी शुरू हो जाती है. प्रोजेस्ट्रोन में वृद्धि से तेल का उत्पादन होता है और स्किन पोर्स सीबम से भर जाते हैं और वो दाने जैसे बड़े दिखाई देते हैं.मासिक धर्म से पहले वाले सप्ताह में आपके द्वारा अनुभव किए गए हार्मोनल परिवर्तनों के कारण आपको कुछ पिंपल्स हो सकते हैं। लेकिन एक बार जब आप अपनी अवधि शुरू करते हैं, तो आपके प्रोजेस्टेरोन का स्तर नीचे चला जाता है, जिसका अर्थ है कि आपकी त्वचा अब साफ होनी शुरु हो जाएगी.
चेहरे पर किस वजह से आता है ग्लो?
पीरियड साइकिल के 21 वें दिन एस्ट्रोजन शरीर में कम हो जाता है और फिर चेहरे पर शिकन, झाइयां डलनेस आदि सब बढ़ जाती है. लेकिन जैसे ही पीरियड्स आते हैं वैसे ही शरीर दोबारा एस्ट्रोजन को तैयार कर देता है जिस समय आपके पीरियड चल रहे होते हैं उस समय ना सिर्फ शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा दोबारा बढ़नी शुरू हो जाती है बल्कि यह टेस्टोस्टेरोन को भी बैलेंस करता है. जिससे चेहरे के पोर्स छोटे दिखने लगते हैं.
ऐसे में पीरियड्स के दौरान और उनके बाद आपकी स्किन बहुत ग्लोइंग और सॉफ्ट हो जाती है, क्योंकि आपका शरीर ओव्यूलेशन के लिए खुद को तैयार कर रहा होता है.एक्सपर्ट्स के मुताबिक एस्ट्रोजन का सभी प्रकार की कोशिकाओं पर शक्तिशाली प्रभाव पड़ता है जो कनेक्टिव टिशु एलिमेंट जैसे की कॉलेजन इलास्टिन और हाइड्रॉलिक एसिड बनाते हैं. पीरियड्स के दौरान महिला में एस्ट्रोजन पीक पर जाता है और और वैल्युएशन के परिणाम स्वरूप एक ग्लोइंग त्वचा मिलती है.