कोरोना महामारी के चलते दूसरी गंभीर बीमारियों की ओर लोगों का तथा हमारे सिस्टम का ध्यान नहीं जा पा रहा है. पर सच तो यह है कि ये प्राणघातक बीमारियां पहले जितनी ही गंभीर हैं. यूं भी कह सकते हैं कि समुचित देखभाल व उपचार की कमी के चलते और भी घातक हो गई हैं. उन्हीं में से एक बीमारी है कैंसर. देशभर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है. संक्रमण दर पहली लहर की तुलना में काफ़ी तेज़ हो गई है. देशभर में रोज़ाना साढ़े तीन लाख से भी अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं. यह आंकड़े डरा रहे हैं. पर डरकर तो आप कोरोना को नहीं हरा सकते, उसके लिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि संक्रमण में आए मरीज़ की तुरंत पहचान हो और लक्षणों की गंभीरता के अनुसार उसका इलाज किया जाए.
जिस तेज़ी से कोरोना फैल रहा है, यह घर-घर में दस्तक देने लगा है. वैसे तो अच्छी बात यह है कि इससे ठीक होने की दर अच्छी है. पर दूसरी बीमारियों से जूझ रहे मरीज़ों में घातक हो सकता है. आइए जानें, क्या करें जब कैंसर पेशेंट कोरोना पॉज़िटिव हो जाए. ऐसे में क्या किया जाना चाहिए बता रहे हैं भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल ऐंड रिसर्च सेंटर जयपुर के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ ताराचंद गुप्ता.
कोविड पॉज़िटिव कैंसर पेशेंट इन बातों का रखें ध्यान
वह कैंसर रोगी जिनका वर्तमान में कैंसर का उपचार चल रहा है अगर वह कोरोना संक्रमित हो जाते हैं तो वह अपने कैंसर उपचार के बारे में अपने चिकित्सक से सलाह लें. इसके साथ ही कोरोना का उपचार दे रहे चिकित्सक से सम्पर्क कर उपचार की शुरुआत करें. कोरोना उपचार पूर्ण होने के बाद दोबारा कैंसर चिकित्सक से सम्पर्क करें.
डॉ गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण के अगर कोई गंभीर लक्षण नहीं है तो आपको घबराने की ज़रूरत नहीं है. इस स्थिति में होम आइसोलेशन की प्रक्रिया को अपनाएं. दिन में दो बार ऑक्सीजन लेवल और बुखार की जांच करें. ऑक्सीजन लेवल 90 से कम और तापमान 100 डिग्री से अधिक हो तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें. गंभीर लक्षण होने पर बग़ैर देरी के हॉस्पिटल में एडमिट हो जाएं.
होम आइसोलेशन के दौरान भी साफ़-सफ़ाई का पूरा ध्यान दें. ताज़ा और पौष्टक भोजन का सेवन करें. खाने में विटामिन-सी और तरल पदार्थों का सेवन ज़्यादा करें.
कोविड वैक्सीन आपके लिए भी सुरक्षित है, लगवाने से घबराए नहीं
सरकार और हेल्थ प्रोफ़ेशन्लस द्वारा बार-बार कहे जाने के बाद भी कि कोविड वैक्सीन सुरक्षित हैं, अब भी काफ़ी लोग इसे लगवाने से बच रहे हैं. डॉ गुप्ता की मानें तो वैक्सीन से डरने की बिल्कुल ज़रूरत नहीं है, हां अगर आपका कैंसर का उपचार चल रहा है तो कुछ सावधानियां रखें और वैक्सीन लगवाने से पहले इन बातों का ध्यान रखें. कैंसर पेशेंट भी बिना डरे अपने चिकित्सक की सलाह के साथ कोविड वैक्सीन लगवाएं. कीमो और रेडिएशन थैरेपी के दौरान भी अगर ब्लड काउंट्स नॉर्मल हों तो वैक्सीन लगवा सकते हैं. जिन रोगियों की हाल ही में सर्जरी हुई हो, वे दो से तीन सप्ताह बाद रिकवरी हो जाने पर ही यह वैक्सीन लगवा सकते हैं. जिन रोगियों का ब्लड कैंसर का उपचार चल रहा है, उन रोगियों का ब्लड काउंट कम हो तो ब्लड काउंट नॉर्मल हो जाने के बाद ही वैक्सीन लगवाएं. जिन रोगियों में बोन मैरो ट्रान्सप्लांट किया गया है, वह रोगी ट्रान्सप्लांट के तीन महीने तक यह वैक्सीन नहीं लगवा सकते हैं.