बढ़ती उम्र में शरीर को सेहतमंद बनानें के लिए विटामिन्स की होती है अहम भूमिका, जानिए ये 8 चीजें
विटामिन की कमी से शरीर में कई तरह की दिक्कतें होने लगती हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शरीर को सेहतमंद बनाए रखने में विटामिन्स की अहम भूमिका होती है. विटामिन की कमी से शरीर में कई तरह की दिक्कतें होने लगती हैं. खासतौर से बढ़ती उम्र के लिए कुछ खास विटामिन्स और जरूरी हो जाते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में.
कैल्शियम- बढ़ती उम्र के साथ कैल्शियम बहुत जरूरी है. कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं जिसकी वजह से ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है. मेनोपॉज के बाद ये समस्या आम हो जाती है. कैल्शियम मांसपेशियों, नर्व्स, कोशिकाओं और रक्त वाहिकाओं को सही काम करने में मदद करता है. 50 से अधिक महिलाओं और 70 साल से अधिक पुरुषों को वयस्कों की तुलना में लगभग 20 फीसदी से अधिक कैल्शियम लेना चाहिए. डाइट में दूध, दही और पनीर शामिल करें.
विटामिन B12- विटामिन B12 खून और तंत्रिका कोशिकाओं को बनाने में मदद करता है. ये विटामिन मांस, मछली, अंडे और डेयरी जैसे खाद्य पदार्थों में मिलता है. इसे विटामिन B12 टेबलेट्स और फोर्टिफाइड फूड्स के जरिए भी लिया जा सकता है. 50 साल से अधिक लोगों में 30 फीसदी तक एट्रोफिक गैस्ट्रिटिस होता है, जिसकी वजह से शरीर को खाद्य पदार्थों के जरिए विटामिन B12 सही से नहीं मिल पाता है.
विटामिन डी- विटामिन डी मांसपेशियों, तंत्रिकाओं और इम्यून सिस्टम को सही तरीके से काम करने में मदद करता है. विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत धूप होता है लेकिन एक उम्र के बाद सूरज की किरणें शरीर में विटामिन डी नहीं बना पाती हैं. खाद्य पदार्थों से विटामिन डी पूरी तरह नहीं मिल पाता है लेकिन वसायुक्त मछली जैसे सैल्मन, मैकेरल और सार्डिन विटामिन डी-का अच्छा स्रोत हैं.
विटामिन B6- ये विटामिन शरीर को कीटाणुओं से लड़ने और ऊर्जा बनाए रखने में मदद करता है. उम्र बढ़ने के साथ-साथ विटामिन B6 शरीर के लिए बहुत जरूरी हो जाता है. कुछ स्टडी में ये पाया गया है कि विटामिन B6 उम्रदराज लोगों में यादाश्त को भी सही रखता है. इस विटामिन का सबसे अच्छा स्त्रोत छोले हैं. इसके अलावा, फैटी फिश और फोर्टिफाइड फूड्स भी इस विटामिन का अच्छा स्त्रोत हैं.
मैग्नीशियम- मैग्नीशियम शरीर में प्रोटीन और हड्डी को मजबूत बनाने में मदद करता है. इसके अलावा, ये ब्लड शुगर को भी स्थिर रखता है. आप इसे नट्स, बीज और पत्तेदार सब्जियों से प्राप्त कर सकते हैं. उम्र बढ़ने के साथ लोग डाइट पर ध्यान देने की बजाय दवाइयों का सेवन ज्यादा करने लगते हैं जिसकी वजह से शरीर में मैग्नीशियम की कमी होने लगती है.
प्रोबायोटिक्स- प्रोबायोटिक्स को आंतों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. ये दही और सॉवरक्रॉट जैसे फर्मेंटेड फूड या सप्लिमेंट से लिया जा सकता है. ये शरीर को डायरिया और एलर्जी से बचाता है. अगर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है या कोई मेडिकल इश्यू है तो इसे लेने ले पहले अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.
ओमेगा-3- इन फैटी एसिड को शरीर के लिए बहुत जरूरी माना जाता है क्योंकि आपका शरीर इसे नेचुरल रूप से नहीं बना सकता है. ओमेगा-3 आंखों, दिमाग और स्पर्म सेल्स के लिए बहुत जरूरी होते हैं. ये उम्र के साथ होने वाली बीमारियों जैसे अल्जाइमर और गठिया जैसी बीमारियों से भी बचाने में मदद करता है. इसके लिए डाइट में ओमेगा-3 फैटी फिश, अखरोट, कैनोला ऑयल या फ्लैक्स सीड्स जैसे खाद्य पदार्थ अपनी डाइट में शामिल करें.
सेलेनियम- सेलेनियम कोशिकाओं को संक्रमण से बचाता है. इसकी वजह से थायरॉयड सही तरीके से काम करता रहता है. सेलेनियम मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है. इसके अलावा ये उम्र से जुड़ी बीमारियों जैसे डिमेंशिया, थायरॉयड और कैंसर से भी बचाता है. इसके लिए डाइट में चिकन, मछली, अंडे, चीज, मशरूम, ब्राउन राइस, काजू और केला शामिल करें.