बालों के लिए इस्तेमाल करें कैस्टर ऑयल, जानिए इसके फायदे
कैस्टर ऑयल को बालों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. इसमें ऐसे तमाम गुण होते हैं जो बालों की कई समस्याओं को आसानी से दूर कर सकते हैं. आयुर्वेद में इसके तमाम फायदों का जिक्र किया गया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कैस्टर ऑयल (Castor Oil) यानी अरंडी के तेल को बालों के लिए चमत्कारी माना गया है. विटामिन ई से भरपूर इस तेल में रिसिनोलिक एसिड, ओमेगा-6 व 9 जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बालों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. कैस्टर ऑयल स्कैल्प के पीएच लेवल को संतुलित रखने और नैचुरल ऑयल (Natural Oil) को बनाए रखने में मददगार माना जाता है. आयुर्वेद (Ayurveda) में इसके तमाम फायदों का जिक्र किया गया है. हालांकि कैस्टर ऑयल अन्य तेलों के मुकाबले थोड़ा ज्यादा गाढ़ा और चिपचिपा होता है, इसलिए इसका इस्तेमाल किसी अन्य तेल में मिक्स करके किया जाना चाहिए. एक्सपर्ट्स की मानें तो कैस्टर ऑयल आपके रूखे, बेजान और डैमेज बालों के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है. यहां जानिए इसके फायदे और इस्तेमाल करने का तरीका.
बालों की ग्रोथ बेहतर करता
कैस्टर ऑयल बालों की ग्रोथ को बेहतर करने के साथ उन्हें मजबूती देता है. इसके इस्तेमाल से आपके बाल काफी घने होते हैं. अगर आप बालों को लंबा और घना देखने की चाहत रखती हैं तो कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल जरूर करें.
स्कैल्प इंफेक्शन से छुटकारा देता
स्कैल्प पर खुजली, लाल दाने, चकत्ते आदि किसी भी तरह का संक्रमण हो तो कैस्टर ऑयल उसे आसानी से दूर कर सकता है. इसमें एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो रूसी की समस्या में राहत देने का काम करते हैं.
दोमुंहे बाल
अगर आप दोमुंहे बालों की समस्या से परेशान हैं, तो भी अरंडी का तेल आपके लिए काफी मददगार है. ये बालों के ड्राई फॉलिकल्स को मुलायम करता है और डैमेज हेयर की रिपेयरिंग करता है.
बालों को सफेद होने से रोकता
अगर आपके बाल समय से पहले सफेद होने लगे हैं, तो आपको कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए. ये बालों के सफेद होने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है. कैस्टर ऑयल में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो बाल सफेद होने से रोकता है.
ऐसे करें इस्तेमाल
बहुत गाढ़ा और चिपचिपा होने के कारण कैस्टर ऑयल को सीधे तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. आप इसे सरसों के तेल, नारियल तेल, बादाम के तेल आदि में मिलाकर लगा सकती हैं. इसका इस्तेमाल हफ्ते में एक या दो दिन करें, इससे काफी फर्क महसूस होगा.