आजकल महिलाओं या लड़कियों में माहवारी का सही समय पर नहीं आना एक आम समस्या बन चुकी है जिसकी वजह से वह बहुत तनाव में रहती है और इसके इलाज के लिए कई प्रकार की दवाइयों का सेवन करती है। यह समस्या इतनी बढ़ चुकी है इसकी वजह से महिलाओ में किसी भी काम को करने की रूचि नहीं होती है। पीरियड्स सही समय पर न आने की वजह से वह चिड़चिड़ी सी हो जाती है और अपने मन की बात दुसरो को कहने में भी हिचखिचाती है। बाजार की दवाइयों के सेवन से इस समस्या से कुछ दिन के लिए छुटकारा तो मिल जायेगा लेकिन इन दवाइयों के सेवन से उनका मानसिक संतुलन स्थिर नहीं रहता है और वह किसी भी काम को मन से भी नहीं कर पाती है। इन सबसे बचने के लिए अच्छा है की घरेलू तरीको को अपनाया जाये। तो आइये जानते है इन तरीको बारे में....
इस समस्या से निजात पाने के लिए हल्दी रामबाण इलाज है। हल्दी में वे गुण होते है जो मासिक स्त्राव को बढ़ाते है। इसके लिए रोज़ाना एक गिलास में हल्दी डालकर पीना बहुत ही लाभप्रद होता है।
अदरक का सेवन करना भी इस समस्या से निजात दिलाता है, क्योकि अदरक में ऐसे कई गुण पाए जाते है जो माहवारी की अनियमितता को दूर करने में लाभदायक है। इसके लिए रोज़ाना अदरक से बनी हुई चाय पीनी चाहिए।
मानसिक तनाव के कारण माहवारी की अनियमितता होती है। इसके लिए कच्चे पपीते का सेवन करना चाहिए। इसके लिए रोज़ कच्चे पपीते के जूस का सेवन करे।
इस परेशानी में धनिये का प्रयोग करना भी अच्छा होता है। धनिये से बने हुए जूस का उपयोग इस समस्या से राहत दिलाता है।
तिल और गुड़ का सेवन करे ताकि सही समय पर माहवारी आ सके। इसके लिए एक मुट्ठी तिल को भूनकर उसे पीस ले फिर इसमें गुड़ के पाउडर को मिला दे। यह एक ऐसा उपचार है जो हार्मोन्स को संतुलित बनाने में मदद करता है।