बच्चों का टैलेंट निखारने के लिए बनाए उन्हें क्रिएटिव, दें इन बातों पर ध्यान
, दें इन बातों पर ध्यान
बच्चे कच्चे घड़े के समान होते है जिन्हें इस समय सही आकार दिया जाए तो आगे चलकर वे सही रूप लेते हुए अपना भविष्य संवारते हैं। बचपन के दिनों में बच्चो का दिमाग तेज होता हैं और वे जल्दी ही चीजें सीख लेते हैं। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए कि उनके टैलेंट को निखारा जाए और क्रिएटिव सोच को विकसित करने में उनकी मदद की जाए। पेरेंट्स ही हैं जो बच्चों में नया सिखने की लालसा पैदा कर सकते हैं। आज हम आपको बच्चे का जोश बढ़ाने और उसे नये काम करने के लिए प्रोत्साहित करने के तरीकों की जानकारी देने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में...
बच्चे से विस्तार से बात करें
जब भी बच्चा कोई अच्छा काम करे, तो आपको सिर्फ उसे ऊपर बताए गए 1-2 शब्द नहीं बोलना है, बल्कि थोड़ा विस्तार से उस बारे में बात करना है। इससे बच्चे को लगता है कि आप उसके काम में इंट्रेस्ट ले रहे हैं। जैसे मान लीजिए आपके बच्चे ने स्कूल में पहली बार कोई कॉम्पटीशन जीता है, तो आप उसे इस कॉम्पटीशन की तैयारियों, इसकी चुनौतियों, प्रतिभागियों आदि के बारे में पूछ सकते हैं। इस तरह की बातें बताने में आमतौर पर बच्चे को अच्छा भी लगता है और वो प्रोत्साहित भी होता है।
बच्चों को सवाल पूछना सिखाएं
बच्चों में रचनात्मक सोच विकसित करने का एक मेन तरीका यह है कि उन्हें हमेशा सवाल करते रहने के लिए प्रेरित करें।जब भी आप उनके साथ समय बिता रहे हों तो उनसे सवाल पूछें। जैसे आप उनसे छोटे-छोटे सवाल कर सकते हैं। ऐसे में उनके मन में जिज्ञासा बनेगी और वह नई चीजों के बारे में समझने की कोशिश करेंगे। इससे उनके कल्पनाशील कौशल में वृद्धि होगी और समस्या को सुलझाने की क्षमता विकसित होगी।
सामाजिक और भावनात्मक कौशल सिखाएं
अपने बच्चों सामाजिक और भावनात्मक कौशल सिखाना भी बहुत जरूरी है। उन्हें पशु आश्रयों और वृद्धाश्रमों जैसी जगहों पर ले जाएं और स्वयं सेवा का महत्व सिखाएं। जब बच्चे ऐसा करेंगे तो वह औरों के प्रति भी सेंसेटिव अप्रोच रखने में सक्षम होंगे। ऐसी जगहों पर वे महत्वपूर्ण सामाजिक और भावनात्मक कौशल सीख सकेंगे और साथ ही समाज में भी योगदान दे सकेंगे।
बच्चे की करें तारीफ
बच्चों का हौसला बढ़ाने और उन्हें मोटिवेट करने के लिए उनकी तारीफ करने से पीछे ना रहें। बच्चे के हर छोटे-बड़े काम के लिए उसकी तारीफ करें। बच्चे को प्रोत्साहित करें कि वह छोटे-मोटी एक्टिविटीज से लेकर बड़ी कॉम्प्टिशन्स में हिस्सा ले। उसे समझाएं कि किसी काम में हिस्सा लेना किस तरह उसकी ग्रोथ में मदद कर सकेगा। जब भी उसे अच्छे नंबर मिलें या कोई ट्रॉफी मिले तो तारीफ जरूर करें। इसी तरह जब वह उस तरह के नंबर ना ला पाए जिसकी उम्मीद वह कर रहा था तब भी उसे शाबासी जरूर दें। उसे समझाएं कि किसी काम के लिए कोशिश करना भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि, इसी तरह कोई व्यक्ति आगे बढ़ सकता है।
बच्चे से जानकारी लें
क्रिएटिविटी के मामले में बच्चे काफी खास होते हैं। वह अपनी कल्पना और समझ के हिसाब से बहुत कुछ नया गढ़ते हैं जो कई बार उनके आसपास के लोगों को भी हैरान कर देता है। अगर आपके बच्चे ने भी कुछ ऐसा ही किया हो तो उसकी तारीफ जरूर करें। इसके अलावा बच्चे से पूछें कि उसने आखिर कैसे यह किया। बच्चा आपके सवालों से मोटिवेट होगा और जब वह आपको एक्सप्लेन करेगा कि उसने अपना काम कैसे पूरा किया तो इससे उसका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
उनके साथ क्विज और पजल खेलें
क्विज और पजल जैसे गेम बच्चों के दिमागी विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। पजल आपके बच्चे की समस्या-समाधान और क्रिटिकल थिंकिंग स्किल को विकसित करती हैं, जो बाद में जीवन में अन्य स्किल की महारत के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। पजल्स बच्चों को पैटर्न रिकग्निशन, मेमोरी और ग्रॉस और फाइन मोटर स्किल दोनों में मदद कर सकती हैं। इसलिए उनके साथ पजल खेलें।
बच्चे को खुशी का एहसास दिलाने वाली बातें बोलें
बच्चे अगर कुछ अच्छा करते हैं और आप उनकी तरीफ करते हैं, तो उन्हें अच्छा तो लगता ही है। लेकिन इसके अलावा भी आप बच्चों की खुशी का एहसास दिलाने वाली बातें बोल सकते हैं, जिससे उन्हें बहुत प्रोत्साहन मिलता है। जैसे आप अच्छे नंबर लाने पर आप बच्चे से बोल सकते हैं कि उसने बहुत अच्छा किया है। उसे कैसा महसूस हो रहा है। उसने ऐसा अकेले कैसे किया या फिर उसकी सफलता में किन दोस्तों ने साथ निभाया, आदि बातें पूछें।