कमजोर याददाश्त की समस्या को दूर करेंगे ये 10 आहार

Update: 2023-07-05 13:26 GMT
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वर्तमान समय में काम की व्यस्तता के चलते बढ़ते तनाव में लोग चीजें भूलने लगे हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को कमजोर याददाश्त की समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि जिस तरह शरीर के अन्य हिस्सों की देखभाल की जाती हैं, उसी तरह मस्तिष्क का भी ख्याल रखा जाए और मेमोरी को मजबूत बनाए जाने की कोशिश की जानी चाहिए। इसके लिए आपका आहार ऐसा होना चाहिए जो आपकी याददाश्त, एकाग्रता और मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाने में मददगार साबित हो। दिमाग को हेल्दी रहने के लिए खास तरह के न्यूट्रिएंट्स की जरूरत होती है। आज इस कड़ी में हम आपको ऐसे ही आहार की जानकारी देने जा रहे हैं।
अखरोट
अखरोट दिखने में दिमाग जैसा ही लगता है। शोध के अनुसार, अखरोट तीन दर्जन से भी अधिक न्यूरॉन ट्रांसमीटर को बनाने में मदद करता है। यह मस्तिष्क प्रक्रिया के लिए बहुत जरूरी होते हैं। साथ ही अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन-ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है। एंटीऑक्सीडेंट शरीर में मौजूद प्राकृतिक रसायनों को नष्ट होने से रोक कर रोगों की रोकथाम करते हैं। इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है। रोजाना अखरोट के सेवन से याददाश्त बढ़ती है।
फैटी फिश
जब भी हम ब्रेन फूड की बात करते हैं तो सबसे पहला नाम आता है फैटी फिश का। हेल्थलाइन के अनुसार हमारा ब्रेन लगभग 60 प्रतिशत फैट से बना है जिसमें कि आधा हिस्सा ओमेगा-3 फैटी एसिड से बना होता है। फिश में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है इसलिए मेमोरी को इम्प्रूव करने के लिए इसे खाने की सलाह दी जाती है।
ओट्स/ओटमील
दलिया और ओट्स मस्तिष्क के लिए ऊर्जा के अच्छे स्रोत होते हैं। इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो बच्चों को भरा हुआ महसूस करने में मदद करता है और उन्हें जंक फूड खाने से रोकता है। ये विटामिन ई, बी कॉम्प्लेक्स और जिंक से भी भरपूर होते हैं, जो बच्चों के दिमाग को तेज करने में मदद करते हैं। किसी भी टॉपिंग जैसे सेब, केला, ब्लूबेरी और बादाम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
कॉफी
यदि आप कॉफी पीने के शौकीन हैं तो आपको यह जानकार खुशी होगी कि कॉफी आपकी सेहत के लिए अच्छी है। कॉफी में पाए जाने वाले मेन कंपोनेंट्स कैफीन और एंटीआक्सिडेंट आपके ब्रेन हेल्थ को सपोर्ट करते हैं। इससे आपकी मेमोरी तो इम्प्रूव होती ही है साथ ही एकाग्रता बढ़ती है। इसके सेवन से आपके बदलते मूड में भी इम्प्रूवमेंट आने लगता है।
कद्दू के बीज
दिमाग और मेमोरी को शार्प करने के लिए आप कद्दू के बीजों का प्रयोग कर सकते हैं। दिमाग की सेहत के लिए कद्दू के बीजों का सेवन करना भी काफी हेल्दी बताया जाता है। कद्दू में जिंक मौजूद होता है जो मेमोरी पावर को बढ़ाता है। साथ ही थिंकिंग स्किल्स यानी सोचने की क्षमता को भी बेहतर करता है। बच्चों को भी इसे खाने के लिए जरूर दें, ताकि उनकी याद करने की क्षमता और अधिक विकसित हो सके।
हल्दी
हल्दी, जिसका प्रयोग हम सभी व्यंजनों में करते हैं वह आपके दिमाग के विकास के लिए बेहतरीन मानी जाती है। हल्दी में पाए जाने वाला करक्यूमिन इंग्रीडिएंट ब्लड से होते हुए सीधे आपके ब्रेन में पहुंचता है जो नए ब्रेन सैल्स को डेवलप करने में मदद करता है। हल्दी डिप्रेशन को कम करने में भी काम आती है।
बादाम
बदामा खाइए और याददश्त बढ़ाइए, आमतौर पर ये कहावत अक्सर लोग उनके सामने कहते हैं जिन्हें भूलने की बीमारी है। रोजाना कम-से-कम 11-12 बादाम जरूर खाएं। इससे कम खाने का फायदा नहीं है। इससे ज्यादा भी न खाएं। अगर दूसरे ड्राई-फ्रूट्स भी लेते हैं तो बादाम की मात्रा इसी हिसाब से कम कर दें। बादाम को स्नैक्स की तरह सीधे खा सकते हैं। पीसकर दूध में डालकर भी खा सकते हैं। इससे छिलका न उतारें, वरना फाइबर निकल जाएगा। गर्मियों में भिगोकर खाएं। इससे तासीर ठंडी होती है।
ब्रोकली
ब्रोकली खाना सब को पसंद नहीं होता लेकिन ब्रोकली में पाए जाने वाले पोषक तत्व हमारे ब्रेन के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। ब्रोकली खाने से हमारे शरीर को एंटीआक्सिडेंट मिलता है। इसमें विटामिन —के भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। यदि आप प्रतिदिन एक कप लगभग 160 ग्राम ब्रोकली का सेवन करते हैं तो आपकी मैमारी इम्प्रूव होने लगेगी। युवाओं के लिए यह अधिक फायदेमंद होती है।
दूध, दही और पनीर
दूध, दही और पनीर में प्रोटीन और बी विटामिन की मात्रा अधिक होती है, जो मस्तिष्क के टिश्यू, न्यूरोट्रांसमीटर और एंजाइम के विकास के लिए आवश्यक हैं, ये सभी मस्तिष्क में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन फूड्स में कैल्शियम भी अधिक होता है, जो मजबूत और स्वस्थ दांतों और हड्डियों के विकास के लिए आवश्यक हैं। बच्चों में कैल्शियम की आवश्यकता उनकी उम्र के आधार पर अलग-अलग होती है, लेकिन उन्हें हर दिन दो से तीन कैल्शियम युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए। अगर आपके बच्चे को दूध पसंद नहीं है तो चिंता न करें। अपने आहार में डेयरी प्रोडक्ट को कुछ अन्य तरीके से शामिल कर सकते हैं।
डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट से भी याददाश्त दुरुस्त रहती है एवं दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ती है। डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते है, जो दिमाग में रक्त संचार को ठीक रखते हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी जर्नल में छपी एक रिर्पाट के अनुसार, डार्क चॉकलेट खाने से बढ़ती उम्र में भी दिमाग को ठीक रख पाने में मदद मिलती है लेकिन इसे सीमित मात्रा में हीं खाना चाहिए ताकी आपका वजन न बढ़े।
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