Life Style लाइफ स्टाइल : जिस तरह की लाइफस्टाइल आजकल हम जी रहे हैं उसके चलते मोटापा, हाइपरटेंशन, डायबिटीज जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। ये सारी समस्याओं अब सिर्फ बड़े-बूढ़ों तक ही सीमित नहीं, बल्कि कम उम्र में भी लोग इनका शिकार हो रहे हैं। इस तरह की बीमारियों को कंट्रोल में रखने के तीन स्टेप्स होते हैं- प्रिवेंशन, बीमारी पर कंट्रोल और उस कंडीशन को रिवर्स करना। जिसके लिए सबसे जरूरी है लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव। जिसकी शुरुआत डाइट और एक्सरसाइज से होती है।
इस तरह की बीमारियों को कंट्रोल में रखने के लिए कार्डियो एक्टिविटीज, जैसे- वॉक, साइकिलिंग, ट्रेडमिल और स्वीमिंग बेस्ट मानी जाती हैं। इन सब कार्डियो एक्टिविटिज में स्वीमिंग एक आसान और असरदार ऑप्शन है। जिसे हर उम्र के लोग कर सकते हैं। स्वीमिंग करने से घुटने के दर्द, ओबेसिटी जैसी प्रॉब्लम्स से दूर रह सकते हैं। महज 30 से 40 मिनट स्वीमिंग कर पूरी बॉडी को हेल्दी रखा जा सकता है, लेकिन कुछ खास स्थितियों में स्वीमिंग करना सही नहीं होता। ये फायदे की जगह पहुंचा सकते हैं नुकसान।
कब न करें स्वीमिंग?When not to swim?
हाइपोग्लाइसीमिया
अगर आपका शुगर लेवल लो रहता है, तो ये वर्कआउट आपके लिए नहीं है। शुगर लेवल चेक करने के बाद डॉक्टर से बातचीत करके ही वर्कआउट प्लान करें। शुगर लो होने से बेहोशी हो सकती है, जो स्वीमिंग के दौरान बहुत खतरनाक हो सकता है।
कंटेजियस डिजीज Contagious Diseases
अगर आपको कोई ऐसी बीमारी है, जिसके फैलने का खतरा है, जैसे- जुकाम, खांसी, स्किन का कोई रैश व एलर्जी, तो इस कंडीशन में भी स्वीमिंग पूल में जाना अवॉयड करें।
सर्जरी के बाद
किसी तरह की सर्जरी के तुरंत बाद या बॉडी में कहीं स्टिचेज लगे हों, तो स्वीमिंग करने से समस्या बढ़ सकती So swimming can increase the problem है। अगर कहीं घाव है तो भी पूल में जाने से बचें। पानी में भीगने से घाव गंभीर रूप ले सकता है।
पहले सीखें
किसी भी वर्कआउट या नए रूटीन को शुरू करने से पहले उसके बारे में जानना और उसे सीखना जरूरी है। पहले कभी स्वीमिंग नहीं किया है, तो पहले ट्रेनिंग लें, फिर इसे डेली रूटीन में लाएं।
जरूरतों को समझें
किसी भी वर्कआउट को ज्यादा करने से बॉडी पर स्ट्रेन पड़ सकता है। स्वीमिंग एक थकाने वाली एक्टिविटी Swimming is a tiring activity है, तो फायदे की चाहत में इसकी अति न करें। अपनी बॉडी की जरूरत तो समझें।