नाशपाती के सेवन से मिलते है कई लाभ

Update: 2023-04-02 16:58 GMT
नाशपाती के स्वास्थ्य के लिए फ़ायदे (Pears benefits for health)
नाशपाती के स्वास्थ्य के लिए कुछ फ़ायदे इस प्रकार हैं-
नाशपाती के सेवन से गर्भधारण करने वाली स्त्री को कई प्रकार के रोग से प्रतिरक्षा हो जाती है. साथ ही नाशपाती में उपलब्ध फॉलिक एसिड के कारण बच्चे को जन्म लेते समय कई प्रकार के दोषों से भी मुक्ति मिल जाती है.
नाशपाती में विटामिन सी, विटामिन के और कॉपर होता है जो कि शरीर कोशिकाओं को रूग्ण कीटाणुओं से बचाते हैं.
नाशपाती में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो कि शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा को कम करता है और हृदय घात से भी बचाता है. अगर आप नियमित रूप से नाशापाती का सेवन करे तो यह हृदय घात के जोखिम को कम से कम 50 प्रतिशत कम कर देता है.
नाशपाती में अधिक फाइबर होने की वजह से यह कोशिकाओं से कैंसरजनित तत्वों को निकाल देता है और कोलोन कैंसर से भी राहत मिलती है. प्रत्येक दिन एक नाशपाती के सेवन से मासिक धर्म रूक जाने के बाद यह महिलाओं को स्तन कैंसर से बचाता है.
दूसरे फलों की तूलना में नाशपाती एलर्जी पैदा नहीं करता है. यह उन फलों में से हैं जिसे नवजात शिशुओं को भी दिया जा सकता है.
हल्का मीठा होने के बाद भी इस फल में विद्यमान ग्लीसीरीन इंडेक्स रक्त में सुगर लेवल को कम करता है और मधुमेह से शरीर को बचाता है. मधुमेह के घरेलू उपचार के लिए यह अच्छा विकल्प है.
यह शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को भी मजबूत करता है और कई सारे रोगों से भी बचाता है.
यह ऑस्टीआपरोसिस यानि अस्थि सुषिरता से भी बचाता है. आजकल के खान पान के वातावरण में हड्डियों का कमजोर होना समान्य बात है. लोग शरीर के पीएच लेवल बनाये रखने के लिए कैल्सियम की गोली खाते है किन्तु नाशपाती इस कमी को इसके नियमित सेवन से दूर कर सकता है.
नाशपाती में अधिक मात्रा में शर्करा होता है जिसके कारण आप कमजोरी महसूस नहीं कर सकते है. यह शरीर में भी जल्दी घुल जाता है और उर्जा प्रदान करता है.
रोगग्रस्त बच्चों को भी नाशपाती खिलाया जा सकता है. लो एसिडिक होने के कारण उनके पाचन में कोई समस्या नहीं हो सकती है. ध्यान रहे कि इसे साफ तरीके से छीलकर बच्चों को खिलायें.
नाशपाती के नियमित सेवन से गालब्लाडर कोलाईटिस अर्थराईटिस संबंधी समस्या नहीं हो सकती है.
प्रति कैंसरकारक और एन्टीऑक्सीडेंट रहने के कारण ब्लड प्रेशर भी समान्य रहता है.
नाशपाती अपने ठंडेपन के कारण ज्वर को भी बढ़ने नहीं देता है.
ग्रीष्म में अक्सर बच्चों को सांस की तकलीफ होती है अगर आप उन्हें नियमित तौर पर नाशपाती का सेवन करायें तो ये तकलीफ नहीं होगी.
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