शनिदेव 23 अक्टूबर को होंगे मार्गी, जानें किस राशि पर क्या होगा असर

वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है। शनिदेव के क्रोध से सभी डरते हैं। छाया पुत्र को न्याय के देवता और कर्म के दाता के रूप में जाना जाता है

Update: 2022-09-20 14:58 GMT

वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है। शनिदेव के क्रोध से सभी डरते हैं। छाया पुत्र को न्याय के देवता और कर्म के दाता के रूप में जाना जाता है। शनैश्वर जातक के अच्छे और बुरे कर्मों पर नजर रखते हैं और कर्म के अनुसार फल देते है। ढाई साल की अवधि में शनि राशि परिवर्तन करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। शनि की इस वक्री चाल के कारण कई राशियों में शनि का प्रकोप है, लेकिन इन जातकों को जल्द ही राहत मिलेगी। दरअसल 23 अक्टूबर को शनि मकर राशि में से हटकर सीधे चलने लगेंगे। यह परिवर्तन कुछ जातकों को शनिदेव के प्रकोप से मुक्त कर देगा।

मेष
शनि का गोचर आपके दसवें भाव में होगा। इससे व्यापारियों को काफी लाभ होगा। इस दौरान नौकरी के कई नए प्रस्ताव प्राप्त होंगे। मान सम्मान में वृद्धि होगी। लाभ की संभावना रहेगी।
कर्क
शनि इस राशि से 7वें भाव में गोचर करेंगे। इन जातकों के जीवन से दुख दूर होंगे। मान सम्मान बढ़ेगा। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।
तुला
शनि देव इस राशि के चतुर्थ भाव में गोचर करने जा रहा है। इस अवधि में आय में वृद्धि होगी। शुभ समाचार सुनने को मिलेगा। वित्तीय प्रगति की संभावना है।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि वालों के लिए यह समय अनुकूल है। निवेश के लिए यह एक अच्छा समय है। दांपत्य जीवन में खुशियां आएंगी।
मीन
इस राशि के जातकों के जीवन में शनि देव खुशियां लेकर आएगा। मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी। काम और व्यापार में सफलता प्राप्त करेंगे


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