हेल्थ टिप्स Health Tips: चाय को भारत में सिर्फ पेय ही नहीं बल्कि इमोशन माना जाता है। हेल्थ बेनिफिट्स से ज्यादा इसे लोग स्वाद की वजह से पीते हैं। डॉक्टर्स ग्रीन टी को हेल्दी बताते हैं फिर भी लोग इसे अपनी डायट में शामिल नहीं कर पाते। ज्यादातर लोग इसकी वजह इसके स्वाद को देते हैं। डॉक्टर और रिसर्चर ने बताया कि चाय में दूध मिलाने से क्यों यह फायदेमंद नहीं रहती?
चाय के फायदे
हेल्दी लॉन्ग लाइफ चैनल पर डॉक्टर ने बताया कि ग्रीन टी हो या ब्लैक टी इनमें कैटेकिन, और पॉलीफिनॉल्स पाए जाते हैं। ये दिमाग को रिलैक्स रखते हैं। शरीर का इन्फ्लेमेशन कम करते हैं और कैंसर जैसी बीमारियों से भी बचाते हैं। चाय शरीर में स्टेम सेल को बढ़ाती हैं जो इससे आप पर बढ़ती उम्र का असर देर से दिखता है साथ ही शरीर की खुद को रिपेयर करने की क्षमता बढ़ जाती है। EGCG
ब्लैक टी भी फायदेमंद
डॉक्टर ली ने बताया कि सिर्फ ग्रीन टी ही नहीं बल्कि ब्लैक टी भी आपकी स्टेम सेल्स बढ़ाती है। कई बार लोग सोचते हैं कि ब्लैक टी फर्मेंटेड है इससे फायदा नहीं होता पर ऐसा नहीं है। उनसे पूछा गया कि चाय में दूध मिलाने का क्या नुकसान होता है? क्या दूध चाय के बायोएक्टिव कंपाउड्स को अवशोषित करने में रुकावट पैदा करता है?
चाय में दूध मिलाने के नुकसान
डॉक्टर विलियम ली बताते हैं, डेयरी या गाय के दूध या क्रीम में फैट होता है। यह चाय को टेस्टी बना देता है लेकिन जब दूध या क्रीम को चाय में डालते हैं तो यह साबुन जैसे बुलबुले बनाता है। इन छोटे-छोटे बुलबुलों में चाय के पोषक तत्व पॉलीफिनॉल्स और कैटेकिन्स फंस जाते हैं। जब आप चाय पीते हैं तो आपके पेट में पहुंचती है।
मिलाकर पिएं कई चाय
यहां पर पोषक तत्व अवशोषित नहीं हो पाते बल्कि शरीर के बाहर निकल जाते हैं। इस वजह से चाय में डेयरी प्रोडक्ट्स मिलाने से मना किया जाता है। इससे स्वाद भले ही बढ़ जाए लेकिन न्यूट्रीशनल वैल्यू घट जाती है। उन्होंने सलाह दी कि चाय को बिना चीनी और दूध के पिएं। अगर एक तरह की चाय में कई तरह की चाय मिलाई जाएं तो उनकी न्यूट्रीशनल वैल्यू कई गुना बढ़ जाती है। ध्यान रहे यह बात हर तरह की चाय पर लागू होती है।