शरीर में लगभग 500 कार्यों को करता है लीवर, इसे हेल्दी रखने के लिए करें इन 14 सुपरफूड का सेवन

Update: 2023-07-05 13:41 GMT
मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग होता है लीवर। लीवर आपके द्वारा खाए गए भोजन को तोड़ने के लिए पित्त बनाने से लेकर, पोषक तत्वों और विटामिनों को संग्रहीत करने और शरीर को बीमारी से बचाने से लेकर शरीर में लगभग 500 कार्यों को करता है। लिवर कमजोर होने पर शरीर आपके द्वारा खाए हुए खाने से पोषक तत्वों को नहीं ले पाता है। जैसे कि प्रोटीन का संश्लेषण नहीं होता है, जिससे कि कमजोर लिवर वाले लोगों में प्रोटीन की कमी देखी जा सकती है। दूसरा शरीर खुद को सही से डिटॉक्सीफाई नहीं कर पाता है और इसका असर खराब मेटाबोलिज्म के रूप में नजर आ सकता है। लीवर खराब या कमजोर होने पर उल्टी होना, कम भूख लगना, थकावट, दस्त होना, पीलिया, लगातार वजन घटना, शरीर में खुजली होना, एडिमा, पेट में तरल पदार्थ बनना आदि लक्षण नजर आते हैं। यह भी जान लीजिए कि लिवर खराब होने का कारण क्या है? लीवर खान-पान से प्रभावित होने के साथ ही अल्कोहल के अधिक सेवन, एकस्ट्रा फैट, इंफेक्शन, ज्यादा मात्रा में आयरन व कॉपर का जमाव, टॉक्सिक डेमेज और कैंसर के कारण होता है। ऐसे में लीवर से जुड़ी कई सारी बीमारियों के चपेट में आप आ जाते हैं। लीवर से जुड़ी सबसे आम बीमारी है हेपेटाइटिस। हेपेटाइटिस कई तरह के वायरस, बैक्टीरिया या परजीवी के कारण हो सकती है। दुनिया भर में कैंसर से होने वाली मौतों का प्रमुख कारण लिवर कैंसर भी है। आज यानी की 28 जुलाई को दुनियाभर में हेपेटाइटिस डे (Hepatitis day) मनाया जाता है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरुक किया जा सके। हर साल हेपेटाइटिस डे पर एक खास थीम रखी जाती है। इस साल की थीम, 'हेपेटाइटिस केयर को आपके करीब लाना' है जिसका उद्देश्य हेपेटाइटिस के बारे में जागरुक करना, लोगों की देखभाल और स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी देना है।
WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2019 तक, पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में जापान, फिलिपींस, हिंदेशिया आदि में अनुमानित 116 मिलियन लोग हे Hepatitis B और 10 मिलियन Hepatitis C के साथ जी रहे हैं। वहीं पश्चिमी प्रशांत में, Hepatitis B के साथ रहने वाले केवल 18% लोगों का पता लगया गया है और 5% ने उपचार शुरू किया है। Hepatitis C के लिए, 25% लोगों का पता चला और 10% लोगों ने उपचार प्राप्त किया है
क्या है हेपेटाइटिस?
हेपेटाइटिस लिवर की सूजन है। हेपेटाइटिस वायरस के पांच मुख्य प्रकार हैं - A, B, C, D और E। हेपेटाइटिस बी और सी वैश्विक स्तर पर करोड़ों लोगों में पुरानी बीमारी का कारण बनते हैं और साथ में लिवर सिरोसिस, लिवर कैंसर और लिवर कैंसर का सबसे आम कारण हैं। यहां तक की इसकी वजह से मौत भी हो सकती है।
ऐसे में हम आपको लीवर को मजबूत रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट की पूर्ति करने वाले सुपरफूड के बारे में बता रहें हैं।
क्रूसिफेरस सब्जियां
ब्रोकली, फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, गोभी और केल जैसी सब्जियों के सेवन से आपके सिस्टम में ग्लूकोसाइनोलेट का उत्पादन बढ़ता है, जो कार्सिनोजेन्स और अन्य विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
ग्रेपफ्रूट
ग्रेपफ्रूट यानी चकोतरा लिवर के लिए बहुत फयादेमंद है। इसमें खास एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जैसे कि नारिंगिनिन और नारिंगिन। ये दोनों एंटीऑक्सीडेंट लिवर को अंदर से हेल्दी रखने में मदद करते हैं और इसके सूजन को कम करके और कोशिकाओं की रक्षा करते हैं। साथ ही ये एंटीऑक्सीडेंट लिवर फाइब्रोसिस को बचाते हैं। लिवर में फैट की मात्रा को कम करने में मदद करता है नारिंगिनिन। नारिंगिनिन फैट जलाने के लिए आवश्यक एंजाइमों को बढ़ता है, जिससे फैटी लिवर की समस्या नहीं होती।
अंगूर
पानी की मात्रा अधिक होने की वजह से अंगूर लिवर को अंदर से साफ करने में मदद करता है। साथ ही अंगूर में मौजूद विटामिन सी और कुछ खास एंटीऑक्सीडेंट लिवर सेल्स को हेल्दी रखने और सूजन को कम करने में मदद करते है। रेगुलर थोड़ा-थोड़ा अंगूर खाने से इसका अर्क लिवर के कुछ एंजाइम्स को तेज करता है और इसके कार्य प्रणाली को बेहतर बनाता है।
कांटेदार नाशपाती
कांटेदार नाशपाती (Prickly Pear) का जूस हमेशा से ही लिवर के लिए फायदेमंद रहा है। ये लिवर के कई रोगों से बचाने में आपकी मदद कर सकता है। कांटेदार नाशपाती में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं और लिवर को क्षति होने से बचाता है। इसके अलावा इसका अर्क लिवर एंजाइम्स को तेज करता है और लिवर को स्वस्थ रखकर उसकी कार्य प्रणाली को बेहतर बनाता है।
केला
केला खाना लिवर के लिए बहुत फायदेमंद है। इसका सेवन फैटी लिवर की समस्या से निजात दिलाता है। केले में अनसेचुरेड फैट, मोनोअनसैचुरेटेड फैट और ओमेगा-3 फैट भी होता है। ये हेल्दी फैट सेलुलर स्तर पर इंसुलिन को स्थानांतरित करने में मदद करते हैं। साथ ही इससे काम काज को तेज करता है और लिवर को मजबूत बनाता है।
ब्लूबेरी
ब्लूबेरी में एंथोसायनिन होते हैं, जो एंटीऑक्साडेंट हैं। इसका अर्क लिवर एंजाइम को बढ़ाने में मदद करता है और लिवर को मजूबती प्रदान करता है। इसके अलावा ब्लूबेरी कैंसर कोशिकाओं के विकास को भी रोकती हा और लिवर को कई प्रकार के रोगों से बचाता है।
पपीता
पपीता में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कि लिवर सेल्स में सूजन को रोकते हैं। इसके अलावा पपीते के पत्ते का रस इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करता है जो कि ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसकी एंटीऑक्सीडेंट प्रकृति गुर्दे की क्षति, फैटी लीवर जैसी डायबिटीज के कारण होने वाली जटिलताओं को कम करने में मदद करती है और ऑक्सीडेटिव तनाव को काफी कम करती है। इस तरह डायबिटीज के मरीजों में पपीता लिवर मजबूत करता है।
अंजीर
अंजीर में कुछ खास तरह के डाइटरी फाइबर्स होते हैं जो कि लिवर की रक्षा करते है। साथ ही इसका बीटा कैरोटीन और विटामिन फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले नुकसानों से बचाते हैं। इसके अलावा अंजीर खाने से इसके हाई एंटीऑक्सीडेंट तत्व फैटी लिवर की समस्या से बचाव में मदद करते हैं।
ऑलिव ऑयल
जैतून के तेल का सेवन लीवर में वसा के स्तर को कम करने, रक्त प्रवाह को बढ़ाने और लीवर एंजाइम के स्तर में सुधार करने में मदद करता है।
ग्रीन टी
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट से यह पता चलता है कि ग्रीन टी लीवर के लिए फायदेमंद हो सकता है। ग्रीन टी में कैटेचिन नाम का एंटीऑक्सिडेंट होता है। लीवर को डिटॉक्सीफाई करने में और लीवर की सूजन को कम करने में कैटेचिन काम आता है।
तरबूज
तरबूज लिवर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है साथ ही लीवर के काम काज को भी तेज करता है। तरबूज अमोनिया प्रोसेस करके इसे शरीर से बाहर निकालता है। बता दें कि अमोनिया प्रोटीन पचाने के बाद निकलता है जिसके लिए लिवर का सही होना जरूरी है।
क्रैनबेरी
क्रैनबेरी में प्रोएथोसायनिडिन नाम का शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होता है जो शरीर से मुक्त कणों को फ्लश करने की उनकी क्षमता को बढ़ता है। यही लिवर के काम काज को तेज करता है और लिवर साफ करके इसे स्वस्थ बनाता है।
सेब
सेब लिवर डिटॉक्स करने में मददगार है। अधिकतर लोग जो रोजाना सेब नहीं खा पाते है वे लिवर डिटॉक्स करने के लिए सेब का सिरका पीते है। सेब में मौजूद पॉलीफेनोल्स लिवर के सीरम और लिपिड लेवल को कंट्रोल में रखते हैं। सेब में पेक्टिन और मैलिक एसिड होता है जो विषाक्त पदार्थों और कार्सिनोजेन्स को हटाने में मदद करता है। साथ ही सेब में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो आपको फैटी लिवर की समस्या से आपको बचाते है।
लहसुन
लहसुन लीवर एंजाइम को सक्रिय करता है। यह आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों और अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है। इसमें सेलेनियम भी होता है जो लीवर की रक्षा करता है।
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