Lifestyle: मोटापे की समस्या से है परेशान, वक्त रहते आदत में कर लें ये सुधार

जाने किन कारण से बढ़ता है लड़कियों का ज्यादा मोटापा

Update: 2024-07-09 01:30 GMT

लाइफस्टाइल: मोटापा आजकल हर दूसरे व्यक्ति के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है। लेकिन अगर बात करें खासकर महिलाओं में बढ़ते मोटापे की समस्या की तो इसके लिए सिर्फ डाइट और वर्कआउट ही नहीं बल्कि ये 7 अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं। जी हां, एक महिला अपने जीवन में कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुजरती है। जिसका सीधा असर उसके स्वास्थ्य पर पड़ता है। महिलाओं में बढ़ता मोटापा भी ऐसे ही दुष्प्रभावों में शामिल है। आइए जानते हैं महिलाओं में उम्र के अलग-अलग पड़ाव, जहां उनमें मोटापे की समस्या बढ़ने लगती है।

यौवन की उम्र

यौवन एक महिला के जीवन का वह समय होता है, जहां उसका शरीर यौन रूप से परिपक्व होता है। इस दौरान उसके शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव हो रहे होते हैं। जिसका शारीरिक और भावनात्मक रूप से उस पर गहरा असर पड़ता है। इस दौरान लड़कियों को भूख ज्यादा लगती है। जिससे उनके शरीर में फैट सेल्स का आकार और मात्रा दोनों ही बढ़ने लगती है। ऐसे में लड़कियों को अपने खान-पान का खास ख्याल रखना चाहिए। मोटापे को कंट्रोल करने के लिए डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करना चाहिए।

कॉलेज

किसी भी लड़की के लिए कॉलेज का समय उसकी आजादी का पहला दिन होता है। वहां पहुंचकर वह घर का हेल्दी खाना खाने की बजाय दोस्तों के साथ जंक फूड और स्नैक्स का लुत्फ उठाना पसंद करती हैं। जो बाद में उनके लिए बढ़ते वजन की वजह बन जाता है। ऐसे में खुद भी हेल्दी खाना खाएं और दोस्तों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें।

रिलेशनशिप

अक्सर रिलेशनशिप में आने के बाद लड़कियां खुद की परवाह करना बंद कर देती हैं। जो लड़की शादी से पहले अपनी पसंदीदा ड्रेस में फिट होने के लिए स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करती थी, शादी के बाद स्ट्रेस लेवल में उतार-चढ़ाव, अपने वर्कआउट और पार्टनर की लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण उसका वजन बढ़ जाता है। मोटापे को खुद से दूर रखने और कॉन्फिडेंस बनाए रखने के लिए खुद का ख्याल रखें।

ब्रेकअप

अक्सर ब्रेकअप के बाद लड़कियां मोटी हो जाती हैं। अमेरिका की पेन स्टेट यूनिवर्सिटी की एक टीम ने एक स्टडी में पाया है कि जो महिलाएं ब्रेकअप के बाद अपनी भावनाओं को दबाने के लिए खाने का सहारा लेती हैं, उनका वजन बढ़ जाता है। ऐसे में अपनी भावनाओं को कंट्रोल करने और तनाव से छुटकारा पाने के लिए पार्क में घूमने जाएं, दोस्तों के साथ समय बिताएं, अच्छी किताबें पढ़ें और अच्छी डाइट के साथ वर्कआउट जरूर करें।

प्रेग्नेंसी

प्रेग्नेंसी के दौरान महिला का वजन बढ़ना सामान्य बात है। प्रेग्नेंसी के दौरान मां को गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार लेने की जरूरत होती है। यह वह समय है जब गर्भवती महिला का वजन 12 से 16 किलो तक बढ़ सकता है। प्रेग्नेंसी के बाद आप अपने डॉक्टर से पूछकर एक्सरसाइज और योग करके अपना टोंड फिगर वापस पा सकती हैं।

ऑफिस का तनाव

घंटों एक ही जगह पर बैठकर काम करने की वजह से महिलाओं में मोटापे की समस्या भी बढ़ रही है। ऐसे में महिलाओं को खुद को फिट रखने के लिए दिन में ऑफिस में कुछ देर खड़े होकर काम करना चाहिए, ट्रेडमिल और साइकिलिंग का सहारा लेना चाहिए।

तनाव

तनाव का असर न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है बल्कि महिला के शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। ऐसे ही शारीरिक प्रभावों में से एक वजन बढ़ना भी हो सकता है। आपको बता दें, स्ट्रेस हॉरमोन कॉर्टिसोल अधिक खाने की इच्छा और अनहेल्दी फूड्स की ओर आकर्षित होने की इच्छा को बढ़ा सकता है। जिससे मोटापा बढ़ता है। ऐसे में तनाव को दूर रखने के लिए मेडिटेशन का सहारा लें।

मेनोपॉज

मेनोपॉज के बाद भी महिलाओं में हॉरमोनल बदलाव और वजन बढ़ना जारी रह सकता है। मेनोपॉज के दौरान और उसके बाद आपका शरीर अलग तरीके से फैट जमा करता है, जिससे पेट के आसपास की चर्बी बढ़ जाती है। ऐसे में अच्छा खाना और नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से मेनोपॉज के बाद वजन बढ़ने से बचा जा सकता है।

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