Lifestyle: पीरियड्स में होने वाली हैवी ब्लीडिंग से हैं परेशान, इन योगासन से मिलेगा आराम
लाइफस्टाइल: पीरियड्स के दौरान होने वाली हैवी ब्लीडिंग से ज्यादातर महिलाएं परेशान रहती हैं। महिलाओं को होने वाली ये हैवी ब्लीडिंग ना सिर्फ उनके शरीर में आयरन की कमी बल्कि कमजोरी, चक्कर आना और कई बार गर्भधारण करने तक में परेशानी पैदा कर सकती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए महिलाएं कई बार दवा तक का सहारा लेती हैं, लेकिन कुछ समय बाद समस्या वापस लौटकर आ जाती है। ऐसे में अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो अपने रूटीन में ये दो योगासन जरूर शामिल करें।
क्या पीरियड्स के दौरान योगा करना चाहिए
पीरियड्स से पहले और बाद में योग करके पीरियड्स से जुड़ी कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है। पीरियड्स के शुरुआती एक-दो दिन योग करने से बचने की सलाह दी जात है। बावजूद इसके कई ऐसे योगासन हैं, जिन्हें पीरियड्स के दौरान भी करके हैवी ब्लीडिंग, दर्द और क्रैंप से राहत पाई जा सकती है।
सुखासन
सुखासन एक योग मुद्रा है, जिसे आसान मुद्रा भी कहते हैं। 'सुखासन' शब्द संस्कृत शब्द 'सुखम' से लिया गया है जिसका अर्थ है 'प्रसन्नता'। सुखासन को करने से व्यक्ति को सुख की अनुभूति होती है। योग एक्सपर्ट अकसर लोगों को भोजन भी इसी आसन में बैठकर करने की सलाह देते हैं। सुखासन बैठकर किया जाने वाला आसन है। सुखासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पैरों को फैलाकर बैठ जाएं। ऐसा करते समय अपनी पीठ को सीधा और दोनों पैरों को बारी-बारी से क्रॉस करते हुए घुटनों से भीतर की तरफ मोड़ें। घुटने बाहर की तरफ रखें और पालथी मारकर बैठ जाएं। अब अपने पैरों को आराम देते हुए बैठें। ध्यान रखें कि घुटने जमीन को छूते रहें। इस बात का खास ख्याल रखें कि इस आसन को करते समय आपकी कमर, गर्दन, सिर और रीढ़ की हड्डी को बिल्कुल सीधी रहें। अब आंखें बंद करके गहरी सांस लेते हुए मन शांत रखते हुए एक मिनट इसी मुद्रा में बने रहें। आप इस आसन को 3 बार दोहराएं।
बालासन या चाइल्ड पोज
बालासन योग करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं। इसके बाद अपने दोनों टखनों और एड़ियों को आपस में जोड़कर धीरे-धीरे घुटनों को बाहर की तरफ जितना हो सके फैलाते हुए गहरी सांस लें और आगे की तरफ झुक जाएं। ऐसा करते हुए पेट को दोनों जांघों के बीच में लाएं और कमर के पिछले हिस्से को चौड़ा करके कूल्हे को सिकोड़ते हुए नाभि की तरफ खींचने की कोशिश करें। इसके बाद सिर और गर्दन को थोड़ा पीछे उठाने की कोशिश करें। इस मुद्रा में पेल्विस का भाग आराम की स्थिति में होता है। यह आसन 2 से 3 मिनट तक करके दोहराएं। इस आसन में गर्भाशय की दीवार में संकुचन पैदा होता है। जिसकी वजह से पीरियड्स पेन और क्रैंप से राहत मिलती है।