जानें वजन कम करने के लिए कौन सा नमक बेहतर है, सफेद या पिंक नमक
ध्यान रहें किसी भी चीज की अधिकता आपको नुकसान पहुंचा सकती है. काला नमक का सेवन सीमित मात्रा में करें. यदि किसी बीमारी से पीडि़त हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| ध्यान रहें किसी भी चीज की अधिकता आपको नुकसान पहुंचा सकती है. काला नमक का सेवन सीमित मात्रा में करें. यदि किसी बीमारी से पीडि़त हैं तो डॉक्टर की सलाह पर ही काले नमक का इस्तेमाल करें. फोटोः गूगल फ्री इमेज
दुनियाभर के व्यंजनों में एक चीज बेहद कॉमन है और वह है नमक. एक चुटकी नमक न केवल आपके भोजन का जायका बढ़ा देता है बल्कि यह भोजन को और ज्यादा पौष्टिक और स्वस्थ भी बना देता है. नमक आमतौर पर सोडियम-क्लोराइड है, जो हमारे शरीर को पोषक तत्वों के परिवहन और अवशोषित करने, ब्लड प्रेशर को मेटेंन रखने तथा तंत्रिका संकेतों को प्रसारित करने जैसे कई काम करने के लिए एक जरूरी खनिज है. सफेद नमक सबसे कॉमन नमक है जिसे भोजन में स्वाद को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन पिंक सॉल्ट या गुलाबी नमक हमेशा बेहतर माना जाता है. चलिए आपको बताते हैं कि दोनों नमक में से वजन कम करने में कौन ज्यादा अहम रोल निभाता है.
नमक और वजन घटाने के बीच संबंध
नमक को हमेशा से अच्छे स्वास्थ्य के लिए काफी महत्वपूर्ण मना जाता है, बशर्ते इसे संतुलित मात्रा में इस्तेमाल किया जाए. नमक का ज्यादा सेवन करने से या नमक को भोजन के ऊपर छिड़कर खाने से कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि वजन बढ़ने की समस्या. दरअसल भोजन में अत्यधिक मात्रा में सोडियम होने के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे आपका वजन स्केल अस्थिर हो सकता है. इतना ही नहीं कई अध्ययनों से भी यह पता चला है कि डाइट में नमक का ज्यादा इस्तेमाल करने से शरी में फैट का प्रतिशत बढ़ सकता है, खासकर कमर के आसपास.
पिंक सॉल्ट (गुलाबी नमक)
वहीं पिंक साल्ट (गुलाबी नमक) की बात करें तो यह कम परिष्कृत होता है और इसमें अधिक पोषक तत्व भी होते हैं. यह हिमालय की तलहटी से निकाला जाता है और प्राकृतिक रूप से गुलाबी रंग का होता है. इसी कारण इसे हिमालयन पिंक स़ॉल्ट या हिमालयन सॉल्ट भी कहा जाता है. एक अनुमान के मुताबिक पिंक सॉल्ट (गुलाबी नमक) में 84 खनिज तत्व होते हैं. इस नमक को खाना बनाने के अंत में फलेवर और क्रंच लाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
सफेद नमक
व्हाइट सॉल्ट (सफेद नमक) या टेबल सॉल्ट में आमतौर पर आयोडिन होता है. इसका मतलब यह है कि यह आयोडीन के साथ फोर्टिफाई किया जाता है ताकि गॉयटर और थायरॉइड जैसी बीमारियों से बचाव के लिए इस सामान्य पोषक तत्व की कमी को दूर किया जा सके. लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि यह नमक काफी ज्यादा संसाधित होता है. यह,आपके टेबल पर पहुंचने से पहले एंटी-केकिंग, ब्लीचिंग और कई अन्य प्रक्रियाओं से होकर गुजरता है. इन सभी प्रक्रियाओं के दौरान, इसके अधिकांश प्राकृतिक खनिज नष्ट हो जाते हैं.
वजन घटाने में कौन सा नमक है बेहतर
इस बात में कोई शक नही है कि पिंक सॉल्ट (गुलाबी नमक) सफेद नमक या टेबल सॉल्ट की तुलना में ज्यादा स्वस्थ होता है क्योंकि यह कम परिष्कृत होता है और इसमे ज्यादा पोषक तत्व भी होते हैं. पिंक सॉल्ट (गुलाबी नमक) का सेवन करने से शरीर को जिंक, आयरन, कैल्शियम और यहां तक की आयोडिन भी मिल जाता है. अगर हम केवल स्वास्थ्य के लिहाज से देखें, तो गुलाबी नमक ज्यादा पौष्टिक और बेहतर है. हालांकि, जब वजन घटाने की बात आती है, तो दोनों में अंतर मामूली है. इन दोनों प्रकार के नमक में वजन के हिसाब से समान मात्रा में सोडियम होता है. इसलिए संतुलन में नमक का इस्तेमाल करने की कोशिश करें और इसे अपने पके हुए भोजन के ऊपर छिड़कने से भी बचें. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एक व्यक्ति के दैनिक नमक का सेवन 5 ग्राम से कम होना चाहिए, जो कि एक चम्मच के बराबर है.