किन गलतियों के कारण बच्‍चे अपने माता-पिता से दूर होने लगते हैं, जानिए

जिस तरह बच्‍चों की बेहतर परवरिश के लिए माता-पिता को श्रेय जाता है उसी तरह अगर बच्‍चों की परवरिश में कोई कमी रहती है

Update: 2022-07-08 09:13 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जिस तरह बच्‍चों की बेहतर परवरिश के लिए माता-पिता को श्रेय जाता है उसी तरह अगर बच्‍चों की परवरिश में कोई कमी रहती है तो ये भी मां-बाप को ही बोला जाता है. ऐसे में जरूरी है कि पेरेंट्स समझदारी के साथ अपने बच्चों के साथ व्यवहार करें. यही भी जरूरी है माता-पिता जिस तरह से आपस में व्‍यवहार करेंगे उनके बच्‍चों को भी वैसा ही व्‍यवहार करना आएगा. इसलिए अगर आप बेहतर परवरिश देना चाहते हैं तो आपस में व्‍यवहार अच्‍छा रखें.

यही नहीं, अगर आप हर वक्‍त सख्‍ती से पेश आते हैं तो आगे चल कर बच्चे अपने माता-पिता से बातें छिपाना सीख जाते हैं. ऐसी ही कई आदतें हैं जो माता-पिता को बच्‍चों से दूर करने का काम करती हैं. यहां हम आपको बताते हैं कि किन गलतियों के कारण बच्‍चे अपने माता-पिता से दूर होने लगते हैं.
बच्चों के साथ न करें ऐसा
बातचीत के दौरान लैपटॉप या मोबाइल का इस्तेमाल
अगर बच्‍चे आपसे बात करना चाहते हैं तो कोशिश करें कि आप उन्‍हें पूरी तरह से अटेंशन देते हुए उनकी बातों को सुनें. अगर आप बातचीत के दौरान लैपटॉप या मोबाइल का इस्‍तेमाल करते रहेंगे तो इससे उन्‍हें यह लगेगा कि आप उनकी बातों को सीरियल नहीं ले रहे. ऐसा करने से वे आपसे दूरी बढ़ाने लगेंगे और अपनी बात कहने से बचेंगे
मौके पर साथ खड़ा ना होना
बच्चों के लिए उनके माता-पिता ही सबकुछ होते हैं. ऐसे में बच्चों को जब आपकी जरूरत हो तो आप उनको हौसला दिलाने के लिए जरूरत वहां खड़े रहें. ऐसा ना होने पर वे अवसाद में चले जाते हैं या गुस्‍सैल हो जाते हैं. यही नहीं उनके मन में दुख और आपके प्रति गुस्सा पैदा हो सकता है जो जीवनभर आपसे दूरी बना लेने की वजह बन सकता है.
हर वक्‍त गलतियां निकालना
परवरिश में बच्‍चे की गलतियों को सुधारना जरूरी होता है लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप उनके साथ दुर्व्यवहार करें या हर समय उनकी फटकार लगाएं. ऐसा करने से वे विद्रोही और गुस्‍सैल बना सकते हैं.
बच्चों में भेदभाव
अगर आप हर वक्‍त उनकी तुलना दूसरों से करेंगे या बच्‍चों के साथ भेदभाव करेंगे तो उन्‍हें एहसास होगा कि आप उनके लिए वैल्‍यू नहीं रखते. इससे उनके मन में आपके प्रति क्रोध पैदा होगा और आपसे दूरी बढ़ेगी.
अपना विचार ना रखने देना
कई माता-पिता बच्‍चों को अपनी बात नहीं रखने देते. वे ओपन एंडेड सवालों पूछें और निष्कर्ष पर पहुंचे तो इससे बच्‍चे का माइंड क्‍लीयर रहेगा. इसके लिए आप उन्‍हें अपनी बात को पूरी तरह रखने का मौका दें.
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